High Alert : नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर अगले 3 महीने तक लगेगा जाम, जिम्मेदार कंपनी पर लगा 20 लाख का जुर्माना, जानिए पूरा मामला

नोएडा | 3 साल पहले | Mayank Tawer

Social Media | नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर जाम



नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर नोएडा प्राधिकरण की लापरवाही का खामियाजा अभी लोगों को तीन और महीने भुगतना पड़ेगा। यहां चल रहे री-सरफेसिंग का काम अब काफी धीमी गति से चल रहा है। ऐसे में अब अक्तूबर अंत तक री-सरफेसिंग का काम पूरा हो सकेगा। जबकि पहले प्राधिकरण अधिकारियों ने दावा किया था कि 31 जुलाई तक हर हाल में इसका काम पूरा कराया जाएगा। शनिवार को भी यहां निर्माण कार्य के कारण जाम लगा रहा। मॉनटीरिंग में कमी होने के कारण री-सरफेसिंग का काम धीमी गति से चल रहा है।

नोएडा एक्सप्रेसवे पर हो रहा री-सरफेसिंग का कार्य
नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे करीब 24 किलोमीटर लंबा है। इसमें से 20 किलोमीटर का हिस्सा नोएडा क्षेत्र में आता है। कुछ सालों से एक्सप्रेसवे की सड़क खराब होने लगी थी। ऐसे में नोएडा प्राधिकरण ने एक्सप्रेस वे की री-सरफेसिंग कराने का निर्णय लिया। इस बार परंपरागत तरीके से होती आ रही री-सरफेसिंग की प्रक्रिया में बदलाव करने का निर्णय लिया। ऐसे में री-सरफेसिंग का काम हॉट इन प्लांट तकनीक पर कराने को लेकर सहमति बनी।  

अभी पहले चरण में काम शुरू
इसमें पुराने मैटेरियल को उखाड़कर उसी का अधिकांश हिस्सा प्रयोग किया जाता है। ऐसे में टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर जनवरी 2021 से इसका काम शुरू करा दिया गया। इसके निर्माण का जिम्मा सीएस इंफ्रा कंस्ट्रक्शन को दिया गया। पहले चरण में ग्रेटर नोएडा से नोएडा की ओर आने वाले रास्ते पर काम की शुरूआत की गई। 

प्राधिकरण ने निर्माण कंपनी पर लगाया 20 लाख रुपए का जुर्माना
पिछले महीने नोएडा प्राधिकरण के अफसरों ने दावा किया गया था कि री-सरफेसिंग का काम 31 जुलाई तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके अलावा निर्माण कार्य धीमी गति से करने पर निर्माण कंपनी पर 20 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया गया था। खास बात यह है कि अभी तक इसका 32 प्रतिशत ही काम पूरा हुआ है। अभी ग्रेटर नोएडा से नोएडा की ओर आने वाले रास्ते पर सभी लेन का काम भी पूरा नहीं हो सका है। महत्वपूर्ण यह है कि दो लेन को बंद कर निर्माण कार्य किया जा रहा है। इस वजह से लोगों को सुबह-शाम के साथ-साथ दोपहर में इस जगह जाम में फंसना पड़ रहा है। 

लोगों को हो रही भारी परेशानी
ग्रेटर नोएडा के अल्फा दो निवासी रमेश कुमार का कहना है कि एक्सप्रेसवे पर काफी धीमी गति से निर्माण कार्य चल रहा है, लोगों की दिक्कतों का कोई ध्यान नहीं रखा जा रहा है। गढ़ी शहदरा निवासी सचिन भाटी का कहना है काम किए जाने से कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन वहां जाम से लोगों को बचाने के लिए जरूरी उपाय होने चाहिए लेकिन वहां नहीं हो रहे हैं। प्राधिकरण व निर्माण कंपनी की ओर से निर्माण स्थल पर लोगों को जाम से बचाने के लिए कोई खास उपाय नहीं किए हैं। इस वजह से लोग यहां रोजाना आधा से एक घंटे जाम में फंस रहे हैं। जाम की वजह से लोग अपने दफ्तर व जरूरी काम पर देरी से पहुंच रहे हैं। वहीं दूसरी ओर धीमी गति से चल रहे काम की रफ्तार को देखते हुए री-सरफेसिंग का काम अक्तूबर अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।

20 अगस्त के बाद काम में आएगी तेजी : अधिकारी
इस बारे में नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि जुलाई महीने में करीब दो सप्ताह लगातार बारिश होने के कारण काम लगभग बंद पड़ा रहा। अभी 20 अगस्त के आसपास तक बारिश का अनुमान है। इस वजह से 20 अगस्त के बाद से ही काम की रफ्तार में तेजी आ सकेगी। नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने इस परियोजना की समीक्षा करते हुए कहा कि निर्माण कंपनी अतिरिक्त हॉट मिक्स प्लांट तथा पर्याप्त मशीनरी की व्यवस्था करते हुए तीन महीने के अंदर काम पूरा करने लिखित सहमति दी जाती है तो ठीक वरना अनुबंध निरस्त करने की कार्रवाई की जाए।

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