नोएडा की सबसे बड़ी फिनटेक कंपनी पेटीएम झंझट में : जिसने एक स्कैन से पैसे भेजना सिखाया, पढ़िए उस कंपनी ने क्या गलती की

नोएडा | 9 महीना पहले | Mayank Tawer

Google Image | Paytm Photo



Noida News : नोएडा की सबसे बड़ी फिनटेक कंपनी पेटीएम इस समय झंझट में है। आरबीआई ने पेटीएम के खिलाफ नोटिस जारी किया। कभी भी पेटीएम की पेमेंट सेवांए बंद हो सकती है। बताया जा रहा है कि 15 मार्च के बाद पेटीएम वॉलेट, फास्टैग और पेटीएम ग्राहक लेनदेन नहीं कर सकते। पेटीएम वही कंपनी है, जिसने सबसे पहले लोगों को ऑनलाइन पेमेंट करना सिखाया था। क्यूआर कोड को स्कैन करके पेटीएम करने का तरीका पेटीएम का ही है और आज वही कंपनी झंझट में है। आज पूरे भारत के हाथ में मोबाइल है और अधिकतर ट्रांजैक्शन मोबाइल स्कैन करके ही की जाती है। इस तकनीक को पेटीएम ही मार्किट में लेकर आई।

Paytm Payment Bank पर बैन क्यों लगा ?
पेटीएम बैन की एक बड़ी वजह यह भी है कि एक ही पैन कार्ड पर 100 या हजार से अधिक ग्राहक पेटीएम बैंक से जुड़े हुए हैं। इसके अलावा Paytm Payment के पास वर्तमान समय में 35 करोड़ से अधिक ई-वॉलेट चालू हैं, जबकि इनमें से 4 करोड़ यूजर्स ही एक्टिव हैं बाकि 34 करोड़ ई-वॉलेट निष्क्रिय हैं। इनमें से कुछ अकाउंट ऐसे हैं जिनकी केवाईसी प्रक्रिया भी पूरी नहीं हुई है। इन सबके कारण मनी लॉन्ड्रिंग की आशंका भी RBI को है।

पेटीएम ने क्या गलती कर दी ?
आपको बता दें कि बीते 11 मार्च 2022 को आरबीआई ने पेटीएम को एक नोटिस जारी किया था। जिसमें कहा था कि आपका पेमेंट्स बैंक नए ग्राहक नहीं जोड़ सकता। आरबीआई ने ये भी कहा कि आपका पेमेंट बैंक एक IT टीम से अपना सिस्टम ऑडिट कराएगा। जांच पूरी होने तक नए कस्टमर नहीं जोड़े जाएं। चूंकि पेटीएम एक पेमेंट गेटवे के साथ-साथ बैंकिंग प्लेटफॉर्म भी है तो उसे आरबीआई के सारे नोटिस और सारे आदेशों को मानना पड़ेगा। पेटीएम के सिस्टम का ऑडिट हुआ तो रिपोर्ट आरबीआई के पास गई. आरबीआई ने दावा किया कि ऑडिट रिपोर्ट में पेटीएम के सिस्टम में कई खामियां दिखाई दी। ये भी पता चला कि पेमेंट बैंक ने आरबीआई के नियमों की अवहेलना की है।

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