Noida News : देश की रियल एस्टेट मार्केट में अभूतपूर्व वृद्धि देखी जा रही है। सितंबर तिमाही के दौरान बिक्री करीब 35,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। देश की 26 प्रमुख लिस्टेड कंपनियों ने कहा है कि यह उल्लेखनीय उछाल मुख्य रूप से रेजिडेंशियल प्रापर्टी सेगमेंट में आया है। तमाम चुनौतियों के बीच आवासीय प्रॉपर्टी की मांग भी खूब बढ़ रही है। जिस कारण मार्केट में लगातार तेजी बनी हुई है।
गोदरेज प्रॉपर्टीज बिक्री के मामले में सबसे ऊपर
बिक्री के मामले में सबसे आगे गोदरेज प्रॉपर्टीज है। जिसने 5,198 करोड़ रुपये की बिक्री बुकिंग की है। इस अवधि के दौरान शीर्ष प्रदर्शन करने वालों में सबसे ऊपर है। इस कड़ी में मुंबई बेस्ड मैक्रोटेक डेवलपर्स और मैक्स एस्टेट्स के दिल्ली-एनसीआर में 4,290 करोड़ रुपये और 4,100 करोड़ रुपये की प्राॅपर्टी की बिक्री की है। इसके विपरीत, डीएलएफ लिमिटेड को चुनौतियों का सामना करना पड़ा। बुकिंग में भारी गिरावट का सामना करने के साथ ही बुकिंग बिक्री 692 करोड़ रुपये रह गई। इस गिरावट का मुख्य कारण इस तिमाही के दौरान नए प्रोजेक्ट लॉन्च न होना था।
चुनौतियों के बावजूद एनसीआर में बढ़ रही मांग
प्रॉपइक्विटी के संस्थापक और सीईओ समीर जसूजा ने बताया कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे जैसी इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट से रियल एस्टेट बाजार पर सकारात्मक प्रभाव देखने को मिला है। आवास की मांग लगातार बनी हुई है। रुकी हुई परियोजनाओं से पैदा हो रही चुनौतियों के बावजूद, एनसीआर अन्य टियर-1 शहरों से बेहतर प्रदर्शन करना जारी रखेगा, जिससे स्थापित बिल्डरों के पास पर्याप्त निवेश और विकास होगा।
प्रोजेक्ट रुके होने से अटकी हैं यूनिट्स
नोएडा और ग्रेटर नोएडा के साथ ही गुरुग्राम को रुके हुए प्रोजेक्ट के साथ चुनौतियों का भी सामना करना पड़ रहा है। ग्रेटर नोएडा में वर्तमान में 167 रुके हुए प्रोजेक्ट हैं, जिसके कारण 74,645 अधूरे यूनिट हैं। नोएडा में 103 रुके हुए प्रोजेक्ट हैं, जिससे 41,438 यूनिट प्रभावित हैं। गाजियाबाद में 50 रुके हुए प्रोजेक्ट हैं, जिनमें 15,278 यूनिट हैं। गुरुग्राम में भी 158 रुके हुए प्रोजेक्ट हैं, जिनमें लगभग 52,509 यूनिट शामिल हैं।