Noida News : नोएडा और ग्रेटर नोएडा का रियल एस्टेट बाजार इस समय तेजी से बढ़ रहा है, खासकर मिड-रेंज और प्रीमियम सेगमेंट में तेज वृद्धि देखी जा रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, मेट्रो कनेक्टिविटी में सुधार और जेवर में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की नजदीकी इस वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
बड़े और हाई-एंड घरों की बढ़ती मांग
जुलाई से सितंबर 2024 के बीच नोएडा और ग्रेटर नोएडा के रेसिडेंशियल प्रॉपर्टी बाजार में एक महत्वपूर्ण बदलाव आया है, जिसमें बड़े और महंगे अपार्टमेंट्स की मांग में तेज वृद्धि देखी गई है। इंडिपेंडेंट रजिस्ट्रार जनरल (IGR) और स्क्वायर यार्ड्स के आंकड़ों के अनुसार, प्रीमियम या हाई-एंड अपार्टमेंट्स की बिक्री, जो 1 करोड़ रुपये से 2 करोड़ रुपये के बीच थीं, पिछले साल के मुकाबले लगभग दोगुनी हो गई है। इसके अलावा, बड़े घरों की तरफ रुझान बढ़ा है। 1,500 वर्ग फीट से अधिक के घरों की बिक्री की हिस्सेदारी भी बढ़ी है और यह 28 प्रतिशत तक पहुंच गई, जो कि पिछले साल इसी अवधि के मुकाबले बहुत अधिक है।
लग्जरी और बड़े घरों की मांग में वृद्धि
रियल एस्टेट विशेषज्ञों के अनुसार, यह वृद्धि इस क्षेत्र में प्रीमियम और बड़े घरों की बढ़ती मांग को दर्शाती है। आंकड़ों के अनुसार, 1 करोड़ रुपये और उससे अधिक मूल्य वाले घरों की बिक्री 2024 की दूसरी तिमाही में 20 प्रतिशत तक पहुंच गई, जबकि पिछले साल यह 11 प्रतिशत थी। इसी तरह, 1 करोड़ रुपये से 2 करोड़ रुपये के बीच के अपार्टमेंट्स की हिस्सेदारी भी दोगुनी हो गई, जो अब लगभग 14 प्रतिशत तक पहुंच गई है। जुलाई से सितंबर के बीच नोएडा और ग्रेटर नोएडा में कुल 8,128 संपत्तियों की रजिस्ट्री हई है। जिनमें से 14 प्रतिशत (1,138 इकाइयां) 1 करोड़ रुपये से 2 करोड़ रुपये के मूल्य वाले थे। पिछले साल इसी अवधि में केवल 616 इकाइयां बिकी थीं।
माइक्रो-मार्केट का प्रदर्शन रहा अच्छा
आंकड़ों के अनुसार, दूसरी तिमाही में नोएडा और नोएडा एक्सटेंशन और ने रियल एस्टेट बाजार में सबसे अच्छा प्रदर्शन किया। इन दोनों क्षेत्रों ने कुल होम सेल्स वैल्यू का 57 प्रतिशत योगदान दिया। नोएडा एक्सटेंशन में 2,985 यूनिट्स की बिक्री हुई, जबकि नोएडा में 1,912 यूनिट्स बिकीं। ना सिर्फ बिक्री की संख्या बढ़ी है, बल्कि संपत्तियों के औसत बिक्री मूल्य में भी वृद्धि हुई है। नोएडा एक्सप्रेसवे में औसत संपत्ति मूल्य 1.23 करोड़ रुपये था, जबकि नोएडा सेंट्रल का औसत मूल्य 94 लाख रुपये रहा।
आगे की स्थिति भी रहेगी बेहतर
विशेषज्ञों का कहना है कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा का रियल एस्टेट बाजार आगे भी बढ़ता रहेगा। यह वृद्धि दोनों, मिड-रेंज और प्रीमियम सेगमेंट में बढ़ती मांग के कारण है। मेट्रो कनेक्टिविटी और जेवर हवाई अड्डे के निकटता के कारण यह क्षेत्र रियल एस्टेट निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है। कोविड-19 के बाद घर खरीदारों की प्राथमिकताएं बदली हैं, और अब वे बड़े आकार के घरों की तलाश में हैं ताकि वे अपने कामकाजी जीवन और व्यक्तिगत जीवन में संतुलन बना सकें।