Meerut | Noida : नोएडा के श्रीकांत त्यागी प्रकरण को लेकर पश्चिम उत्तर प्रदेश समेत आसपास के राज्यों का त्यागी समाज लामबंद होता जा रहा है। इस सिलसिले में शनिवार को मेरठ में पंचायत की गई। इस पंचायत में पश्चिम उत्तर प्रदेश के अधिकांश जिलों से त्यागी समाज के प्रतिनिधि शामिल हुए। सभी ने एक राय होकर दो फैसले लिए हैं। दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और बिहार से त्यागी समाज के लोग हजारों की संख्या में 21 अगस्त को नोएडा पहुंचेंगे। नोएडा में गौतमबुद्ध नगर के सांसद डॉ.महेश शर्मा के खिलाफ पुलिस कमिश्नरेट का घेराव करेंगे। उस दिन त्यागी समाज गौतमबुद्ध नगर के पुलिस कमिश्नर को एक ज्ञापन भी सौंपेगा।
श्रीकांत त्यागी के दोनों बच्चों को प्रताड़ित किया गया : राजीव त्यागी
शनिवार को मेरठ में इस पंचायत का आयोजन गाजियाबाद त्यागी समाज के पूर्व नगर अध्यक्ष राजीव त्यागी और मौजूदा जिला अध्यक्ष सुरेश त्यागी ने किया। सुरेश त्यागी ने पंचायत में लिए गए फैसलों के बारे में बताया, "हम लोगों ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को ज्ञापन भेजे हैं। जिनमें नोएडा के श्रीकांत त्यागी के खिलाफ उठाए गए गैरकानूनी कदमों का ब्यौरा दिया गया है। श्रीकांत त्यागी के खिलाफ पुलिस ने गलत ढंग से दबाव में आकर कार्रवाई की। गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट ने वहां के सांसद डॉ.महेश शर्मा के दबाव में आकर श्रीकांत त्यागी और उसके परिवार के साथ ज्यादतियां की हैं। समाज के लोगों को बताया गया है कि किस तरह श्रीकांत त्यागी के दोनों बच्चों को प्रताड़ित किया गया। उन्हें भी गुंडा कहकर संबोधित किया गया। श्रीकांत त्यागी की पत्नी को पुलिस ने अवैधानिक ढंग से थाने में रखा। उसे महिला थाने की बजाय फेज-2 थाने में रखा गया। जब उसे पुलिस घर लेने पहुंची तो महिला पुलिसकर्मी भी साथ नहीं थीं।"
"सबकुछ सांसद डॉ.महेश शर्मा के दबाव में किया गया"
सुरेश त्यागी ने आगे कहा, "पुलिस ने यह सबकुछ सांसद डॉ.महेश शर्मा के दबाव में किया है। इस सारी कार्यवाही के लिए वही जिम्मेदार हैं। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद की हाउसिंग सोसाइटीज में रोजाना इस तरह के ना जाने कितने विवाद होते हैं। पहले दिन वायरल की गई वीडियो को देखकर साफ पता चलता है कि श्रीकांत त्यागी को एक फैब्रिकेटेड इंसिडेंट में फंसाया गया है। जो महिला श्रीकांत त्यागी के साथ बहस कर रही थी, शुरुआत में श्रीकांत उससे हाथ जोड़कर बार बार चले जाने की बात कह रहा था। वहां मौजूद महिला और उसके पति ने श्रीकांत को उकसाया। महिला बार-बार श्रीकांत के ऊपर तंज कसा रही थी और उसका पति वीडियो बना रहा था। इस सबके पीछे एक सोची-समझी रणनीति और साजिश है। ऐसे मामलों में सांसद को कुछ नहीं की आवश्यकता नहीं थी। अगर किन्ही कारणों से उन्हें हस्तक्षेप करना ही था तो समाज के लोगों को बैठाकर प्रकरण का निस्तारण करवाना चाहिए था। उन्होंने श्रीकांत को गैंगस्टर, हिस्ट्रीशीटर और कुख्यात गुंडा बताकर मीडिया व पुलिस को दबाव बनाने के लिए मजबूर किया है।"
त्यागी समाज को गुंडा बताया गया : राजकुमार त्यागी
राजकुमार त्यागी ने कहा, "इस पूरे प्रकरण में केवल श्रीकांत का नहीं बल्कि पूरे समाज का अपमान किया गया है। पूरे त्यागी समाज को गुंडा बताया गया। कभी गुंडा त्यागी लिखा गया है तो कभी लंगड़ा त्यागी लिखकर अपमानित किया गया है। हमारा समाज हमेशा से भारतीय जनता पार्टी का कोर वोटर रहा है। हम लोगों ने कभी भाजपा को छोड़कर किसी दूसरी पार्टी की तरफ रुख करने का विचार भी नहीं किया है। गौतमबुद्ध नगर का पूरा त्यागी समाज सांसद डॉ.महेश शर्मा के सभी चुनाव में खड़ा रहा है। श्रीकांत त्यागी भारतीय जनता पार्टी में है। उन्होंने सांसद डॉ.महेश शर्मा का भी समय-समय पर समर्थन किया है। उन कार्यक्रमों के फोटो और वीडियो उपलब्ध हैं। इसके बावजूद भारतीय जनता पार्टी और सांसद ने उन्हें पहचानने से इंकार कर दिया। जिससे साफ पता चलता है कि यह सबकुछ एक साजिश के तहत किया गया है। हमने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और गृहमंत्री अमित शाह को यह सारी जानकारियां उपलब्ध करवाई हैं।"
त्यागी समाज ने रखी तीन मांगे
सुरेश त्यागी ने बताया, "शनिवार को मेरठ में हुई पंचायत ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि पश्चिम उत्तर प्रदेश समेत आसपास के तमाम राज्यों से हजारों की संख्या में त्यागी समाज के लोग गौतमबुद्ध नगर जाएंगे। सांसद डॉ.महेश शर्मा के खिलाफ नोएडा में पुलिस कमिश्नरेट पर जाकर प्रदर्शन किया जाएगा। पुलिस कमिश्नरेट का घेराव किया जाएगा। उस दिन भी हम लोग मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के नाम ज्ञापन भेजेंगे। हमारी साफतौर पर तीन मांगे हैं। जिन युवकों को गुंडा बताकर सोसाइटी में पीटा गया और फिर बाद में डॉक्टर महेश शर्मा के दबाव में जेल भेज दिया गया, उन सबको तत्काल रिहा किया जाए। उन पर दर्ज किया गया मुकदमा वापस किया जाना चाहिए। बाकी जिन युवकों को फरार बताया जा रहा है, उनकी गिरफ्तारी बिल्कुल नहीं की जानी चाहिए। श्रीकांत त्यागी से जुड़े मामले में निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए। उस पर लगाया गया गैंगस्टर एक्ट तत्काल वापस लिया जाना चाहिए। गौतमबुद्ध नगर के सांसद डॉ.महेश शर्मा को सार्वजनिक रूप से इस पूरे प्रकरण में गलत काम करने के लिए माफी मांगनी चाहिए। हम भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से मांग करेंगे कि सांसद के खिलाफ कार्रवाई की जाए।"