Noida News : नोएडा के चाइल्ड पीजीआई में बुखार से पीड़ित होकर पहुंचने वाले बच्चों को अब ओर बेहतर इलाज मिल सकेगा। चाइल्ड पीजीआई में एक ब्लड सैंपल से ही बुखार पैदा करने वाले डेंगू, चिकनगुनिया, जीका, मलेरिया जैसे करीब 8 वायरस की जांच होगी। यह जांच आधुनिक मशीनों से लैस बीएसएल स्तर पर होगी।
संक्रमण का जल्दी चलेगा पता
चाइल्ड पीजीआई की माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. सुमी नंदवानी ने बताया कि यह सुविधा चाइल्ड पीजीआई में सोमवार से शुरू हो गई है। यह जांच सुविधा मॉलिक्यूलर आरटीपीसीआर टेस्ट पर आधारित है। इस टेस्ट से एक ही समय में मरीज के खून में अलग-अलग संक्रमण की मौजूदगी की जांच होती है। डेंगू, चिकनगुनिया, वेस्ट नाइल, जीका, मलेरिया, स्क्रब टाइफस, साल्मोनेला और लेप्टोस्पायरोसिस जैसे बुखार पैदा करने वाले वायरस की जांच एक ही सैंपल से हो सकेगी। उन्होंने कहा कि मानसून और मानसून के बाद इस तरह के संक्रमण और बुखार होना आम बात है। ऐसे में संक्रमण का जल्दी पता चल सकेगा।
पैसा और समय बचेगा
उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में सभी संक्रमणों की जांच के लिए अलग-अलग सैंपल और जांच की जरूरत होती है। इसमें मरीज का पैसा और समय दोनों बर्बाद होता है। के साथ ही आसपास की अन्य जिलों में भी यह जांच सुविधा अभी तक उपलब्ध नहीं थी। अब चाइल्ड पीजीआई में इसकी शुरुआत कर दी गई है।
कोरोना काल में BSL-3 लैब हुई थी शुरू
उन्होंने बताया कि कोरोना काल में उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से पीजीआई में बीएसएल-3 स्तर की लैब की सुविधा शुरू की गई थी। अब ट्रॉपिकल फीवर की एक ही लैब जांच के रूप में मदद मिलेगी। मरीजों को किफायती दरों पर जांच की सुविधा मिल सकेगी।