Jewar Airport को लेकर उद्यमियों और निवेशकों में ख़ासा उत्साह है। एयरपोर्ट के पास कम्पनी लगाने वालों की लाइन लग गई है। यहां भूखंड लेने के लिए मारामारी का आलम है। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (Yamuna Authority) की भूखंड योजनाओं को आम आदमी और उद्यमियों ने हाथोंहाथ लिया है। प्राधिकरण ने फरवरी में 364 औद्योगिक भूखंडों का आवंटन करने लिए योजना घोषित की थी। जिसमें 4,450 आवेदन आए हैं। योजना का ड्रॉ 15 अप्रैल को निकाला जाएगा। प्राधिकरण अब आवेदनों की जांच करेगा। जांच के बाद आवेदकों की सूची वेबसाइट पर डाली जाएगी। दूसरी ओर आवासीय भूखंड योजना के लिए अब तक 22 हजार फॉर्म बिक चुके हैं।
योजना का ड्रॉ 15 अप्रैल को निकाला जाएगा
यमुना प्राधिकरण ने टॉय सिटी, हैंडीक्राफ्ट पार्क, एमएसएमई पार्क और सामान्य औद्योगिक भूखंडों की योजना निकाली थी। इस योजना में 364 भूखंड हैं। टॉय सिटी में 24, हैंडीक्राफ्ट में 47 और एमएसएमई व सामान्य भूखंड 296 हैं। ये भूखंड 4,000 वर्ग मीटर से कम क्षेत्रफल वाले हैं। यमुना अथॉरिटी की निवेश सेल के प्रभारी शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि इस योजना में 25 मार्च तक आवेदन लिए गए हैं। इससे जुडी पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन थी। इस योजना में 4,450 आवेदन आए हैं। अब इन फार्मों की जांच की जाएगी। जांच के बाद आवेदकों की सूची वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी। इस योजना का ड्रॉ 15 अप्रैल को निकाला जाएगा। उन्होंने बताया कि सारी प्रक्रिया समय पर पूरा कर ली जाएगी।
आवासीय भूखंड योजना के 22 हजार फॉर्म बिके
यमुना प्राधिकरण की आवासीय योजना भी चल रही है। जिसमें 60 वर्ग मीटर से 4,000 वर्ग मीटर क्षेत्रफल के भूखंडों का आवंटन किया जाएगा। इस योजना को भी लोगों ने हाथोंहाथ लिया है। इसमें 25 मार्च तक 22 हजार आवेदन बिक चुके हैं। बैंक रजिस्ट्रेशन एमाउंट भी फाइनेंस कर रहे हैं। इसके चलते आवेदकों की संख्या में इजाफा हुआ है। अभी 30 मार्च तक आवेदन किए जा सकते हैं। प्राधिकरण को उम्मीद है कि इस बार रिकार्ड संख्या में फॉर्म बिकेंगे।
एक अप्रैल से बढ़ जाएंगी भूखंडों की आवंटन दरें
बड़ी संख्या में आवेदन आने की एक और वजह है। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने एक अप्रैल से भूखंडों की आवंटन दरें बढ़ाने का ऐलान कर दिया है। इसके लिए प्राधिकरण की आने वाली बोर्ड बैठक में प्रस्ताव रखा जाएगा। जानकारी मिल रही है कि 10 से 15% तक जमीन की कीमतों में इजाफा किया जाएगा। ऐसे में लोग अभी पुरानी दरों पर आवंटन लेना चाहते हैं। आपको बता दें कि पिछले 2 वर्षों से यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने आवंटन दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं की है। पहले रियल एस्टेट में आई भारी गिरावट और फिर कोरोनावायरस संक्रमण के चलते जमीन के आवंटन दरें नहीं बढ़ाई गई थीं।