नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे का निर्माण कार्य तय समय के अनुसार प्रगति कर रहा है। यहां से पहली उड़ान दिसंबर 2023 या जनवरी 2024 तक शुरू होने की उम्मीद है। रविवार को नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा लिमिटेड (एनआईएएल) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अरुण वीर सिंह ने रविवार को यह जानकारी दी है।
अरुणवीर सिंह ने कहा, "यह एक विशाल परियोजना है। जिसके चलते विस्थापित हुए तीन हजार से अधिक परिवारों के पुनर्वास का कार्य भी मई 2021 तक पूरा होने की उम्मीद है।" उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 18 दिसंबर को जेवर क्षेत्र में बन रहे इस हवाईअड्डे के नाम, डिजाइन और लोगो (चिन्ह) को मंजूरी दी थी। स्विट्जरलैंड की निजी कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी को हवाई अड्डे के निर्माण का ठेका मिला है। वहीं, एनआईएएल प्रदेश सरकार की नोडल एजेंसी है, जोकि परियोजना की प्रगति की निगरानी करेगी।
अरुणवीर सिंह ने कहा, ''हवाईअड्डे के लिए रियायत समझौते पर सात अक्टूबर को हस्ताक्षर किए गए थे और परियोजना के लिए मास्टर प्लान अगले 60 दिनों के भीतर प्रस्तुत किया जाना था। मास्टर प्लान चार दिसंबर को नागरिक उड्डयन मंत्रालय उनकी टिप्पणी के लिए सौंपा जा चुका है। मंत्रालय से वापस आने के बाद इसे एनआईएएल बोर्ड की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा, जहां से मंजूरी मिलने के बाद निर्माण और विकास कार्य शुरू होगा।''
अरुणवीर सिंह ने बातचीत में कहा, ''परियोजना अब तक तय समयानुसार प्रगति कर रही है और इस हवाईअड्डे से पहली उड़ान दिसंबर 2023 अथवा जनवरी 2024 से संभव है।''