Greater Noida : यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे राया में विकसित होने वाली हेरिटेज सिटी की ड्राफ्ट रिपोर्ट तैयार हो गई है। डीपीआर बनाने वाली कंपनी मंगलवार को यमुना प्राधिकरण में इसका प्रेजेंटेशन देगी। प्रेजेंटेशन के बाद जो भी सुझाव होंगे, वह इसमें शामिल किए जाएंगे। इसके बाद इस रिपोर्ट को शासन को भेजा जाएगा।
राया हेरिटेज सिटी का तीन चरणों में होगा निर्माण
ड्राफ्ट रिपोर्ट के मुताबिक राया हेरिटेज सिटी तीन चरणों में विकसित की जाएगी। 2024-26 के बीच में पहला चरण विकसित किया जाएगा। दूसरा चरण 2027 से 30 के बीच में विकसित करने की तैयारी है। 2031 के बाद तीसरा और अंतिम चरण विकसित होगा। ड्राफ्ट रिपोर्ट में इसकी सारी जानकारी दी गई है।
गोकुल और गोवर्धन से जोड़ा जाएगा
पहले चरण में रिवरफ्रंट और पर्यटन जोन विकसित किया जाएगा। पर्यटन जोन 731 हेक्टेयर और रिवर फ्रंट 109 हेक्टेयर में विकसित किया जाएगा। यह जोन जहां पर विकसित होगा, उसमें 4 गांव आ रहे हैं। इसमें पानी गोप, दीवाना, धाकू और कल्याणपुर (कुछ हिस्सा) आएगा। इस जोन से मथुरा, वृंदावन, गोकुल और गोवर्धन को भी जोड़ा जा सकता है ताकि नए वृंदावन को नया महत्व मिल सके।
राया हेरिटेज सिटी के बराबर से गुजरेगी बुलेट ट्रेन
इसके अलावा बरेली से भरतपुर तक स्टेट हाईवे है, जो इस शहर को छूते हुए निकलेगा। रेल कनेक्टिविटी भी बहुत बेहतर है। राया रेलवे स्टेशन प्रस्तावित सिटी से सिर्फ 5 किलोमीटर दूर है। बुलेट ट्रेन भी इस परियोजना के बगल से निकलेगी। दिल्ली बनारस वाला बुलेट ट्रेन का ट्रैक इसी शहर के किनारे से गुजरेगा। इसलिए इससे भी इसकी कनेक्टिविटी मिल सकती है। जिस इलाके में राया सिटी विकसित की जानी है, वह टीटी जेड (ताज ट्रपैजियम जोन) में आता है।
मंगलवार को यमुना प्राधिकरण के सामने प्रेजेंटेशन देंगे कंपनी के प्रतिनिधि
यमुना प्राधिकरण राया में हेरिटेज सिटी विकसित करने की तैयारी में है। इसकी डीपीआर बनाने के लिए सीबीआरई कंपनी को जिम्मा दिया गया है। कंपनी ने यमुना प्राधिकरण को ड्राफ्ट रिपोर्ट सौंप दी है। कंपनी के प्रतिनिधि मंगलवार को यमुना प्राधिकरण के अफसरों के सामने ड्राफ्ट का प्रेजेंटेशन देंगे। प्रेजेंटेशन में आने वाले सुझावों को इस रिपोर्ट में सम्मिलित किया जाएगा। इसके बाद यह रिपोर्ट उत्तर प्रदेश सरकार को भेजी जाएगी।
वाटर मैनेजमेंट और कूड़ा प्रबंधन का रखा जाएगा विशेष ध्यान
ताजमहल, फतेहपुर सीकरी, लाल किला समेत तमाम सांस्कृतिक विरासत को सहेजने के लिए यह जोन बनाया गया है ताकि यहां पर ऐसी गतिविधि ना हो, जिससे इन ऐतिहासिक इमारतों को नुकसान पहुंचे। इसके चलते इस योजना में प्रदूषण उत्सर्जन वाली गतिविधियां नहीं होंगी। यहां पर वाटर मैनेजमेंट, कूड़ा प्रबंधन आदि का विशेष ध्यान रखा जाएगा।
राया हेरिटेज सिटी में खास विशेषता
राया हेरिटेज सिटी की ड्राफ्ट रिपोर्ट तैयार करते समय देश-विदेश के कई हेरिटेज सिटी का अध्ययन किया गया है। रिपोर्ट बनाने वाली टीम ने मलेशिया की मलाका सिटी, वियतनाम के शहर का अध्ययन किया है। राया के पास बसने वाली नए शहर में गुरुकुल स्कूल, नेचुरोपैथी के लिए धनवंतरी धाम, कल्चरल एरेना आदि विकसित किया जाएगा। कल्चरल एरेना एक तरह का ऑक्सीजन एरेना होगा। इसमें चारों तरफ ग्रीनरी होगी और घूमने के लिए एक पाथवे होगा। राया सिटी की कनेक्टिविटी भी बहुत ही बेहतर है। जहां पर यह सिटी प्रस्तावित की गई है, वह यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे है।