BIG NEWS: 'न्यू नोएडा' गुजरात के धोलेरा मॉडल पर बसेगा, 4 महीने में एजेंसी सौंपेगी प्रारम्भिक रिपोर्ट, जानें क्या होगा खास

यमुना सिटी | 3 साल पहले |

Google Image | धोलेरा मॉडल पर बसेगा न्यू नोएडा



गौतमबुद्ध नगर में न्यू नोएडा को बसाने की प्रक्रिया फिर तेज हो गई है। कोरोना का कहर कम होने के बाद पिछले दिनों ही नोएडा विकास प्राधिकरण (Noida Development Authority) ने मास्टर प्लान बनाने के लिए एजेंसी का चयन किया था। अब प्राधिकरण ने इस नए रीजन को बसाने के लिए मॉडल तैयार कर लिया है। गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर के 80 गांवों को मिलाकर बसाए जाने वाले नए नोएडा को गुजरात के धोलेरा मॉडल पर विकसित किया जाएगा। इस मॉडल के मुताबिक नए नोएडा में अधिकाधिक निवेश पर जोर रहेगा। इसके लिए नोएडा प्राधिकरण वर्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करवाएगा। अथॉरिटी ने मास्टर प्लान बनाने के लिए चयनित एजेंसी स्कूल आफ प्लॉनिंग एंड आर्किटेक्चर (SPA) को नए नोएडा का ड्राफ्ट और थीम सौंप दिया है। 

निवेशकों को आकर्षित करेगा नया नोएडा
अधिकारियों के मुताबिक अगले 4 महीने में एजेंसी मास्टर प्लान को लेकर अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट अथॉरिटी को सौंप देगी। हालांकि मास्टर प्लान को बनाने में करीब 10 महीने का वक्त लगेगा। ट्राईसिटी टुडे ने पहले ही यह खबर प्रकाशित की थी। दरअसल न्यू नोएडा को लेकर पहले से ही प्राधिकरण की सीईओ ऋतु महेश्वरी (CEO Ritu Maheshwari IAS) का विजन क्लियर है। उन्होंने कहा था कि इस शहर को निवेशकों की पसंदीदा जगह बनाया जाएगा। इसलिए नए नोएडा को उसी तरह के अत्याधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर को ध्यान में रखकर विकसित किया जाएगा। नया नोएडा रेलवे से कनेक्ट होगा। यहां मेट्रो की सेवा भी पहुंचेगी। इसे जेवर एयरपोर्ट से भी जोड़ा जाएगा। इसके अलावा सड़क परिवहन को मजबूत बनाया जाएगा। ताकि निवेशकों को किसी तरह की शिकायत ना हो।

गुजरात का नया औद्योगिक शहर है धोलेरा
गुजरात के प्रमुख औद्योगिक शहर अहमदाबाद के करीब धोलेरा नया औद्योगिक शहर बसाया जा रहा है। अहमदाबाद के पास तकरीबन 920 वर्ग किलोमीटर में यह रीजन विकसित हो रहा है। यह स्पेशल इन्वेस्टमेंट रीजन के प्लॉनिंग मॉडल पर विकसित हो रहा है। इसे बसाने में चार मुख्य पॉइंट पर फोकस किया गया है। यहां वर्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर, सस्टेनेबिलिटी, सोशल इन्फ्राट्रक्चर और एफिशिएंट गवर्नेंस है। इन सब को ध्यान में रखकर कई चरण की प्लानिंग के हिसाब से शहर को बसाने का काम शुरू किया गया है। कई विदेशी कंपनियां पहले ही यहां निवेश की शुरुआत कर चुकी हैं।

ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ होगा न्यू नोएडा
नोएड अथॉरिटी ने नक्शे में न्यू नोएडा का खाका खींचा गया है। इसके मुताबिक ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (केजीपी) के दोनों तरफ न्यू नोएडा क्षेत्र का दायरा होगा। प्राधिकरण ने दूसरे तरफ के कुछ गांवों का रकबा भी चिन्हित किया है। इनमें कोट, नयाबासरी, फूलपुर, खंडारा, गिरिराजपुर, आनंदपुर और कुछ अन्य गांव शामिल हैं। मास्टर प्लान तैयार कराने से पहले क्षेत्र में मौजूद 80 गांव की मौजूदा आबादी का भी हिसाब लगाया जाएगा। दरअसल गांव और गांव की जमीन के हिसाब से ही मास्टर प्लान बनेगा। 

रोड कनेक्टिविटी पर रहेगा जोर
सड़कों से जुड़े सभी काम नोएडा प्राधिकरण खुद करेगा। नोएडा अथॉरिटी ने क्षेत्र के विकास के लिए शासन को एक प्लान प्रस्तुत किया। इसमें इलाके में विकास प्रक्रिया जल्दी पूरी करने के लिए निजी संस्थानों और कॉट्रैक्टर्स को भी शामिल करने का सुझाव दिया गया था। जानकार मान रहे हैं कि दिल्ली-एनसीआर में नए नोएडा प्रोजेक्ट के बाद इंडस्ट्री और रियल स्टेट के क्षेत्र में नई ऊर्जा आएगी। कोरोना महामारी की वजह से ठप रियल स्टेट को संजीवनी मिलेगी। साथ ही लाखों लोगों के अपने आशियाने का सपना भी साकार होगा। फिल्म सिटी भी इस इलाके में बनाई जाएगी। इसके बाद यहां लॉजिस्टिक्स और ट्रांसपोर्ट हब तथा डेटा सेंटर की कई इकाइयां स्थापित होंगी। 

SPA को मास्टर प्लान की मिली जिम्मेदारी
नए नोएडा का मास्टर प्लान स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (SPA) नई दिल्ली तैयार करेगा। नोएडा प्राधिकरण (Noida Development Authority) ने बीते दिनों ही कंसल्टेंट के रूप में इसका चयन किया था। संस्था के मुताबिक मास्टर प्लान तैयार करने में 10 महीने का वक्त लगेगा। यूपी सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत बुलंदशहर के 60 गांवों और नोएडा के 20 गांवों को मिलाकर न्यू नोएडा स्थापित किया जाना है। शासन ने इसकी जिम्मेदारी नोएडा प्राधिकरण को दी। इसी साल जनवरी, 2021 में शासन ने गजट जारी कर दिया। इसको 'दादरी-नोएडा-गाजियाबाद निवेश क्षेत्र' नाम दिया गया। यह नया शहर करीब 20 हजार हेक्टेयर जमीन में बसेगा। इसे इंटेग्रेटेड सिटी के रूप में बसाया जाएगा। 

कई संस्थानों से आवेदन मंगाए गए
प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि मास्टर प्लान के लिए आईआईटी रूड़की, आईआईटी खड़गपुर आदि से आवेदन मांगे गए थे। ताकि इनमें से किसी का चयन किया जा सके। मगर सबसे सस्ते रेट स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर दिल्ली ने दिए। इसलिए कंसल्टेंट के रूप में इसका चयन करने को लेकर सहमति बन गई है। संस्था को पत्र जारी कर दिया गया है। इस शहर को हर वर्ग को ध्यान में रखते हुए बसाया जाएगा।

हर सेक्टर के लिए जोन बनेंगे
नए नोएडा के विकास का मॉडल धोलेरा पर आधारित होगा। यहां हर सेक्टर के लिए अलग जोन बनाए जाएंगे। प्राधिकरण ने न्यू नोएडा में आवासीय, इंडस्ट्री, फूड प्रोसेसिंग यूनिट, औद्योगिक इकाई और संस्थानों को स्थापित करने की योजना बनाई है। इसके अलावा न्यू नोएडा में एसईजेड, इंडस्ट्रियल स्टेट्स, एग्रो एंड फूड प्रोसेसिंग जोन, आईटी, आईटीएस, स्किल डेवलपमेंट सेंटर, नॉलेज हब, बॉयोटेक्नोलॉजी और इंटीग्रेटेड टॉउनशिप के मॉडल्स तैयार किए जा रहे हैं। नोएडा प्राधिकरण ने न्यू नोएडा में बोड़ाकी तक मेट्रो कनेक्टिविटी की योजना पर भी काम किया है। 

दादरी नगर पालिका के दायरे में नहीं पड़ेगा असर
न्यू नोएडा से दादरी नगर पालिका के क्षेत्र में कोई बदलाव नहीं होगा। इसमें गौतमबुद्ध नगर के 20 और बुलंदशहर के 60 गांव शामिल हैं। गौतमबुद्ध नगर के जिन 20 गांवों की जमीन अधिग्रहित होगी, वे दादरी से ही शुरू हो रहे हैं। पर सभी गांव दादरी नगर पालिका से बाहर के हैं। इसमें जारचा नगर पालिका के कई गांव शामिल हैं।

कई विकल्प रखे गए हैं
न्यू नोएडा को बसाने के लिए विकास के कई माध्यमों का विकल्प खुला है। एक प्लान इसे नोएडा की तरह जमीन खरीद कर बसाने की है। जबकि कुछ विशेषज्ञ इसे लैंड पुलिंग कर बसाने पर जोर दे रहे हैं। साथ ही नोएड अथॉरिटी प्राइवेट डेवलपर्स को भी शामिल करने से जुड़े बिंदुओं पर मंथन कर रही है। हालांकि मास्टर प्लान तैयार होने के बाद ही अथॉरिटी न्यू नोएडा को डेवलप करने का माध्यम तय करेगी। दरअसल प्राधिकरण की योजना इन क्षेत्रों में मास्टर प्लान-2031 को लागू करना है। नोएडा के मौजूदा क्षेत्र में मास्टर प्लान-2031 पहले से प्रभावी है।

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