छा गए डॉ.अरुणवीर सिंह : यमुना अथॉरिटी को मालामाल बनाने में निभाया अहम रोल, 6 सालों में किया 27 वर्षों वाला काम

Tricity Today | Arunvir Singh IAS



Greater Noida News : यमुना प्राधिकरण को देश का सबसे मालामाल अथॉरिटी बनाने के लिए सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह अपना अहम रोल निभा रहे हैं। जब कोई भी व्यक्ति मन में ठान लेता है कि उसको व्यवस्था सुधार नहीं है तो उसको कोई भी हरा नहीं सकता। इसका जीता-जागता सबूत डॉ.अरुणवीर सिंह है। एक समय ऐसा था जब यमुना विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को सही समय पर वेतन नहीं मिलता था। अगर किसी भी अधिकारी या कर्मचारी का यमुना प्राधिकरण तबादला हो जाए तो वह परेशान हो जाता था। जिसके बाद लखनऊ में चक्कर काटता था और कहीं और ट्रांसफर करने के लिए अपील करता था, लेकिन आज हालत कुछ और है। आज ऐसा समय आ गया कि उत्तर प्रदेश के विभिन्न प्राधिकरण में तैनात अफसर यमुना विकास प्राधिकरण में अपना ट्रांसफर करवाना चाहते हैं। यह सब डॉ.अरुणवीर सिंह के बिना संभव नहीं था।

कभी 4,800 करोड़ रुपए का कर्ज था
आपको जानकर हैरानी होगी कि वर्ष 2016 में यमुना अथॉरिटी पर 4,800 करोड़ रुपए का भारी भरकम कर्ज था। लेकिन 2016 के बाद यमुना प्राधिकरण की किस्मत ही चमक गई। अरुणवीर सिंह की सोच ने यमुना प्राधिकरण की हालत ही बदल डाली। यह वही प्राधिकरण है, जिस पर 6 साल पहले 4,800 रुपए का कर्ज था। लेकिन आज वह समय आ गया है, जब यमुना विकास प्राधिकरण की वजह से उत्तर प्रदेश को 1715.51 करोड़ रुपए का राजस्व मिला है। पिछले कुछ सालों के दौरान मुनाफे के तौर पर कम से कम 404 करोड रुपए यमुना प्राधिकरण के अकाउंट में आए हैं।

3 साल पहले सेवानिवृत्त हो चुके
डॉक्टर अरुणवीर सिंह करीब 6 वर्षों से यमुना अथॉरिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी हैं। करीब 3 साल पहले वह सेवानिवृत्त हो चुके हैं, लेकिन उनकी साफ छवि और ईमानदारी के चलते उन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 3 साल से सेवा विस्तार दे रहे हैं। अरुणवीर सिंह कहते हैं, "हमने इस साल 406 करोड़ का शुद्ध मुनाफा कमाया है। यह लगातार चौथा वर्ष है, जब हमने यह बड़ी उपलब्धि हासिल की है। यमुना अथॉरिटी के इतिहास में सबसे अधिक लाभ अर्जित किया है। पिछले साल लाभ 107 करोड़ था।"

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