यमुना एक्सप्रेस-वे पर लगातार हादसे हो रहे हैं। इनकी रोकथाम के लिए यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने 15 दिसंबर से वाहनों की रफ्तार पर लगाम लगाने का आदेश दिया है। लेकिन रफ्तार पर पाबंदी नहीं लग पा रही है। अब हल्के वाहनों को 75 किलोमीटर प्रति घंटा से अधिक दौड़ाने पर चालान करने का प्रावधान है, लेकिन चालान अभी शुरू नहीं हुआ है। इसके चलते वाहन चालक नियम का पालन नहीं कर रहे हैं। वाहन चालकों की लापरवाही हादसों के लिए सबसे बड़ी वजह है।
यमुना एक्सप्रेस-वे पर मंगलवार की सुबह आगरा जिले में एक और बड़ा हादसा हुआ है। इस हादसे में पांच लोगों की मौत हुई है। इस एक्सप्रेस-वे पर तेज गति, शराब पीकर गाड़ी चलाने, झपकी आने और टायर फटने से ही हादसे होते हैं। कोहरा और ठंड को देखते हुए एक्सप्रेस-वे पर हादसों को रोकने के लिए वाहनों की गति में कमी की गई थी। इसका अनुपालन 15 दिसंबर की रात 12 बजे से होना था, लेकिन अभी तक चालान नहीं शुरू हो पाए हैं। दरअसल, अभी यमुना एक्सप्रेस-वे के नियंत्रण कक्ष के सिस्टम में गति सीमा को अपडेट नहीं किया गया है। यही कारण है कि चालान प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। चालान शुरू होने से लोग गति पर नियंत्रण रख सकेंगे।
आईआईटी के सुरक्षा उपाय भी नहीं हो सके लागू : यमुना एक्सप्रेस वे पर हादसों को रोकने के लिए दिल्ली आईआईटी से सुरक्षा ऑडिट कराया गया है। करीब एक साल हो गए हैं, लेकिन इन उपायों पर पूरी तरह से अमल नहीं किया जा सका है। आंशिक काम जरूर हुए, लेकिन सुझावों को अब तक पूरी तरह से लागू नहीं किया जा सका है। आईआईटी ने सुझाव दिया था कि एक्सप्रेस वे के प्रवेश व निकास द्वार और जन सुविधाओं के पास रंबल स्ट्रिप लगाई जाएं ताकि वहां पर वाहनों की गति कम हो सके। निकास द्वार पर क्रश एटीन्यूटर्स लगाए जाएं। एक्सप्रेस वे पर साइन बोर्ड की संख्या बढ़ाई जाए। एक्सप्रेस वे के किनारे बैरियर को और ऊंचा उठाया जाए। वाहनों की गति पर नियंत्रण के लिए चालान सिस्टम को और दुरुस्त किया जाए।
इस साल हुए हादसों पर एक नजर
माह
हादसे
मौत
घायल
जनवरी
41
5
79
फरवरी
30
5
77
मार्च
43
7
100
अप्रैल
9
0
16
मई
32
5
63
जून
47
9
82
जुलाई
56
9
94
अगस्त
53
16
106
सितंबर
52
15
73
पिछले वर्षों के दौरान हुए हादसों पर एक नजर
वर्ष
हादसे
मौत
घायल
2016
1219
133
1525
2017
763
146
1426
2018
659
111
1388
2019
560
195
1302
कुल
3202
585
5641
यमुना एक्सप्रेस-वे प्रबंधन से सिस्टम अपडेट कर हल्के वाहनों के लिए गति सीमा 75 किलोमीटर प्रति घंटा करने के लिए कहा गया है। यह मंगलवार से ही यह लागू हो जाएगा। इस अपडेशन के बाद तेज गति से चलने वालों का चालान हो सकेगा। डॉ.अरुणवीर सिंह, सीईओ यमुना प्राधिकरण