बड़ी खबर : यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे दो सीएनजी पंप लगेंगे, लोगों को मिलेगी राहत

Tricity Today | Dr. Arunvir Singh IAS



नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर और यमुना प्राधिकरण के सेक्टरों में पीएनजी लाइन बिछाने का रास्ता साफ हो गया है। यमुना प्राधिकरण ने इसकी अनुमति दे दी है। इसके साथ ही यमुना एक्सप्रेस वे पर दो सीएनजी पेट्रोल पंप लगाए जाएंगे। सीएनजी पंप लगने से यमुना एक्सप्रेस वे पर सफर करने वालों और प्राधिकरण के सेक्टर के निवासियों को भी फायदा मिलेगा। 

जेवर एयरपोर्ट परियोजना और यमुना प्राधिकरण के सेक्टरों में लोगों के रहने से पूर्व ही पीएनजी लाइन डालने की तैयारी शुरू हो गई है। इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) ने यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में पीएनजी लाइन बिछाने के लिए प्राधिकरण के अफसरों से संपर्क किया। बताया कि इस इलाके में अब लोग रहने लगेंगे, इसलिए यहां पर पीएनजी लाइन बिछाने की योजना है। आईजीएल के आवेदन पर यमुना प्राधिकरण ने अपनी सैद्धांतिक सहमति दे दी है। आईजीएल अब यमुना प्राधिकरण के सेक्टरों में पीएनजी लाइन बिछा सकेगा। पीएनजी की लाइन आवासीय सेक्टरों व औद्योगिक सेक्टरों में बिछाई जाएगी। 

सैद्धांतिक सहमति मिली - आईजीएल जेवर एयरपोर्ट परियोजना में भी अपनी लाइन बिछाएगा। इसके लिए भी सैद्धांतिक सहमति मिल गई है। परियोजना में भी पीएनजी की जरूरत पड़ेगी। इसको ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। 

सेक्टर 20 और 22 डी में लगेंगे सीएनजी पंप - यमुना प्राधिकरण के सेक्टरों में रहने वाले लोगों और औद्योगिक सेक्टरों के लिए सीएनजी पंप भी लगाए जाएंगे। आईजीएल ने सीएनजी पंप लगाने के लिए जमीन मांगी है। यमुना प्राधिकरण सेक्टर 22 डी और सेक्टर 20 में सीएनजी पंप लगाने की सहमति दे दी। इसके लिए जमीन आवंटन किया जाएगा। दोनों सीएनजी पंप यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे होंगे। दोनों पंप लगने से यमुना प्राधिकरण के सेक्टरों और एक्सप्रेस-वे पर सफर करने वाले लोगों को राहत मिलेगी। अभी तक यमुना एक्सप्रेसवे जेवर और मथुरा टोल प्लाजा के पास बने पंपों पर सीएनजी मिलती है। 

15  नियंत्रण कक्ष बनेंगे - आईजीएल यमुना प्राधिकरण के सेक्टरों और जेवर एयरपोर्ट परियोजना में बिछाई जाने वाली लाइनों के लिए नियंत्रण कक्ष भी बनाएगा। इसके लिए 15 नियंत्रण कक्ष बनाए जाएंगे। इससे किसी तरह की दिक्कत आने पर त्वरित कार्यवाई हो सकेगी। यमुना प्राधिकरण ने इसके लिए जमीन देने के लिए अपनी सहमति दे दी है।

सेक्टर 32 में बनेगा दफ्तर - आईजीएल यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में अपना दफ्तर बनाएगा। इसके लिए 1000 वर्ग मीटर जगह मांगी गई है। यमुना प्राधिकरण सेक्टर 32 में जमीन दे दी है। यहां पर आईजीएल का ऑफिस बनेगा। पीएनजी से संबंधित शिकायतों का निस्तारण भी यहीं पर हो सकेगा। लोगों को इसके लिए इधर-उधर नहीं भटकना होगा। 

नई नीति के तहत अनुमति दी - आईजीएल को पाइप लाइन डालने की अनुमति नई नीति के तहत दी है। नई नीति के तहत प्वाइंट के हिसाब से शुल्क लिया जाता है। इसके अलावा जहां पर लाइन डाली जाएगी, उसको उसी तरह फिर से बनाने की जिम्मेदारी कंपनी की होगी। लोगों के बसने से पहले पीएनजी लाइन डालने के कई फायदे मिलेंगे। बार-बार सेक्टरों में लाइन खोदनी नहीं पड़ेगी।

आईजीएल कंपनी यमुना प्राधिकरण के सेक्टरों और जेवर एयरपोर्ट परियोजना में पीएनजी लाइन बिछाएगी। दो सीएनजी पंप लगाने की भी अनुमति दी गई है।
 डॉ. अरुण वीर सिंह, सीईओ यमुना प्राधिकरण

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