UP Global Investors Summit : यमुना अथॉरिटी ने टारगेट से 25% ज्यादा निवेश हासिल किया, अगले एक सप्ताह में और बढ़ेगा आंकड़ा

Tricity Today | डॉक्टर अरुणवीर सिंह



Greater Noida : उत्तर प्रदेश को 'वन ट्रिलियन यूएस डॉलर इकोनामी' की महत्वकांक्षी योजना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) काम कर रहे हैं। राजधानी लखनऊ में 10 फरवरी से 'यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट' का आयोजन होने जा रहा है। गौतमबुद्ध नगर की यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (Yamuna Authority) को 80,000 करोड रुपए का निवेश हासिल करने का लक्ष्य शासन ने दिया था। यमुना अथॉरिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ.अरुणवीर सिंह ने शुक्रवार को बताया कि अब तक लक्ष्य के मुकाबले 25 फ़ीसदी ज्यादा निवेश के लिए समझौता पत्रों पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं। अगले एक सप्ताह में यह आंकड़ा और बढ़ जाएगा।

1,01,385 करोड़ के एमओयू साइन किए गए
डॉक्टर अरुणवीर सिंह ने बताया, "हम लोग अब तक 1,01,385 करोड रुपए का निवेश हासिल करने के लिए समझौता पत्रों पर हस्ताक्षर कर चुके हैं। इनमें भारतीय कंपनियां शामिल हैं। जापान, कोरिया, डेनमार्क, अमेरिका और कई दूसरे यूरोपियन देशों की मल्टीनेशनल कंपनियां शामिल हैं।" अरुणवीर सिंह ने आगे कहा, "हमें राज्य सरकार ने 80,000 करोड़ रुपए का निवेश लाने का लक्ष्य दिया था। हमें करीब सवा दो लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव मिले। इनमें से 1,25,000 करोड रुपए के निवेश प्रस्तावों को लेकर अभी तक एमओयू साइन नहीं हो पाए हैं। अब तक 1,01,385 करोड रुपए के एमओयू साइन हो चुके हैं। आने वाले दिनों में 6,000 करोड रुपए के एमओयू और साइन होने वाले हैं। हमें उम्मीद है कि लखनऊ में 10 फरवरी को यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट शुरू होने से पहले 1,10,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों को एमओयू में बदल लिया जाएगा।"

जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे का सकारात्मक असर
गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी रहे रिटायर्ड आईएएस एनपी सिंह कहते हैं, "यमुना अथॉरिटी जेवर के पास नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे का निर्माण करवा रही है। इस मेगा इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजना का यमुना अथॉरिटी के प्रति सकारात्मक असर देखने को मिल रहा है। निवेशक, कारोबारी और उद्योगपति यमुना प्राधिकरण के दायरे में जमीन लेकर उद्योग स्थापित करना चाहते हैं। भारतीय और विदेशी मल्टीनेशनल कंपनियां जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के इर्द-गिर्द कारोबार शुरू करने की इच्छुक हैं। यही वजह है कि यमुना अथॉरिटी को धड़ाधड़ निवेश प्रस्ताव मिले हैं। अगर पिछले 2 वर्षों की बात करें तो कोरोना महामारी होने के बावजूद यमुना प्राधिकरण के राजस्व में उत्तरोत्तर वृद्धि हुई है।"

अन्य खबरें