BIG BREAKING: यमुना प्राधिकरण ने कंपनी से करार किया, दो महीने में लॉजिस्टिक हब का खाका तैयार होगा

यमुना सिटी | 4 साल पहले |

Tricity Today | Yamuna Authority



कोरोना काल में रिकॉर्ड तोड़ कमाई करने वाली यमुना अथॉरिटी ने (Yamuna Expressway Authority) एक्सप्रेसवे के किनारे विकसित किए जाने वाले लॉजिस्टिक हब को लेकर कवायद तेज कर दी है। इस महात्वाकांक्षी प्रोजेक्ट की डीपीआर 12 जून तक तैयार हो जाएगी। सोमवार को डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने वाली कंपनी और यमुना प्राधिकरण के बीच अनुबंध पर हस्ताक्षर कर लिया गया है। बताते चलें कि लॉजिस्टिक हब (Logistic Hub) टप्पल के पास बसाया जाना प्रस्तावित है। यूपी सरकार इसका मास्टर प्लान पहले ही पास कर चुकी है।

डिलाइट से अनुबंध हुआ
बताते चलें कि यमुना प्राधिकरण (Yamuna Authority) ने यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) के किनारे टप्पल में वृहद लॉजिस्टिक एवं वेयरहाउस हब बसाने की योजना पर काम कर रही है। यह हब 11104 हेक्टेयर में विकसित किया जाएगा। इसकी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने के लिए डिलाइट कंपनी को चुना गया था। सोमवार का दिन इसमें अहम रहा। आज कंपनी और यमुना प्राधिकरण के बीच अनुबंध कर लिया गया। इसके मुताबिक कंपनी अगले 2 महीने में डीपीआर तैयार करेगी।

12 जून तक मिलेगी रिपोर्ट
कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि 12 जून तक यमुना प्राधिकरण को डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (Detail Project Report) सौंप दी जाएगी। इस प्रस्तावित लॉजिस्टिक एवं वेयरहाउसिंग हब का मास्टर प्लान योगी सरकार पहले ही मंजूर कर चुकी है। शासन से मंजूरी मिलने के बाद ही इसकी डीपीआर बनाने का काम शुरू किया गया है। यह लॉजिस्टिक हब नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) के बिलकुल करीब है।

नए शहर में 35 सेक्टर बनेंगे
लॉजिस्टिक हब के इस नए शहर में 35 सेक्टर बनाए जाने की योजना पर काम चल रहा है। इस नए शहर को 11104 हेक्टेयर में बसाया जाएगा। इसमें से करीब 1600 हेक्टेयर जमीन कई कार्यों में इस्तेमाल की जाएगी। इस नए शहर में मुख्य गतिविधि लॉजिस्टिक एवं वेयर हाउसिंग से जुड़ी रहेगी। ब्रिटेन की प्रसिद्ध कंपनी डिलाइट इस शहर का खाका खीचेंगी।

इस तरह से ली जाएगी जमीन
यमुना प्राधिकरण लॉजिस्टिक हब बनाने के लिए किसानों से लैंड पूलिंग के आधार पर जमीन लेगा। लैंड पूलिंग में प्राधिकरण किसान की जमीन लेगा और उसे विकसित करेगा। विकसित भूमि का 50 फीसद हिस्सा किसानों को दिया जाएगा। बाकी बची हुई जमीन का इस्तेमाल प्राधिकरण खुद करेगा। किसानों को अपनी जमीन बेचने का अधिकार रहेगा। या वे खुद अपना काम कर सकते हैं।

चरणवार काम करेगी कंपनी
टप्पल के पास बनने वाले लॉजिस्टिक हब के लिए करीब 500 हेक्टेयर जमीन रिजर्व रखी गई है। डीपीआर बनाने वाली कंपनी 20 दिन में निरीक्षण रिपोर्ट देगी। इसके बाद कंपनी को दो महीने में ड्राफ़्ट रिपोर्ट देना होगा। फाइनल डीपीआर तीन महीने में बनाकर सौंपना होगा। इसके बाद प्राधिकरण लॉजिस्टिक पार्क के लिए विकासकर्ता कंपनी का चयन करेगा। अगले चार महीने में टेंडर तैयार कर निकाला जाएगा। सोमवार को हुए अनुबंध के मुताबिक, 6 महीने में विकासकर्ता कंपनी के साथ करार पर हस्ताक्षर कर लिया जाएगा।

अलग-अलग फेज में बसेगा शहर-
  • पहला चरण-यमुना सिटी-24739 हेक्टेयर
  • दूसरा चरण-टप्पल-बाजना सेंटर-11104 हेक्टेयर
  • दूसरा चरण-राया हेरिटेज सिटी-9366 हेक्टेयर
  • तीसरा चरण-आगरा अर्बन सेंटर-12000 हेक्टेयर

टप्पल में बनने वाले लॉजिस्टिक हब के लिए डिलाइट कंपनी डीपीआर तैयार करेगी। कंपनी के साथ सोमवार को अनुबंध हो गया है। दो महीने में रिपोर्ट तैयार हो जाएगी। उसके बाद अगली प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
- डॉ. अरुणवीर सिंह, सीईओ यमुना प्राधिकरण

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