Ghaziabad News : गाजियाबाद में महज 2 हजार रुपये को लेकर एक नाती ने अपनी नानी की बेरहमी से हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने चौंका देने वाला खुलासा किया है। आरोपी लगातार ऑनलाइन गेम में पैसे हार रहा था। उसके पास गेम में और पैसे लगाने के लिए पैसे नहीं बचे थे। उसने अपनी नानी से 2 हजार रुपए मांगे। दादी ने मना किया तो उसने पहले उनकी पिटाई की, फिर गला घोंटकर हत्या कर दी। हत्या के बाद वह घर में रखे नानी के जूलरी और पैसे लेकर फरार हो गया। पुलिस ने विनोद के पास से नानी की बालियां भी बरामद कर ली हैं।
बेड पर पड़ा मिला था शव
डीसीपी ट्रांस हिंडन निमिष पाटिल ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हत्याकांड का खुलासा किया है। आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। 8 जून को बेड पर पड़ा मिला था शव साहिबाबाद थाना क्षेत्र के अर्थला शिव मंदिर के पास 60 वर्षीय हरी प्यारी अपने परिवार के साथ रहती हैं। उनका 20 वर्षीय नाती विनोद भी उनके साथ रहता है। 8 जून को हरी प्यारी का शव कमरे में संदिग्ध परिस्थितियों में मिला था। परिजनों ने लूटपाट के बाद हत्या की आशंका जताई थी। हरी प्यारी के बेटे अशोक कुमार की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। घटना के खुलासे के लिए डीसीएम ने टीम गठित की। जांच तेज कर दी गई। घटना वाले दिन कमरे की हालत देखकर पुलिस को किसी करीबी पर शक हुआ। पुलिस ने आसपास के लोगों और परिवार के लोगों से एक-एक कर पूछताछ की। विनोद से पूछताछ के दौरान उसके हाव-भाव से पुलिस को शक हुआ।
ऑनलाइन गेम के चक्कर में बन गया हत्यारा
शुरूआत में विनोद बयान बदल रहा था। इसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। उससे सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि उसने ही अपनी नानी की हत्या की है। विनोद ने पुलिस को बताया कि वह ऑनलाइन लूडो और तीन पत्ती गेम खेलता था। इसमें वह लगातार पैसे हार रहा था। वह आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। उसे समझ में नहीं आ रहा था कि क्या करे। गुजारा चलाने के लिए उसने चाऊमीन और समोसे की दुकान भी खोल ली थी। उससे जो थोड़ी-बहुत आमदनी होती थी, उसे वह ऑनलाइन गेम में खर्च कर देता था। पैसे खत्म होने के कारण मैं दुकान का किराया नहीं दे पा रहा था।
बेड पर पटककर घोंट दिया गला
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि मेरी नानी के पास पैसे थे। मैंने देखा कि वे अलमारी में पैसे रख रही हैं। जब मैं पैसे लेने उनके पास गया तो नानी ने पैसे देने से मना कर दिया। मुझे गुस्सा आ गया। मैंने दादी को बेड पर पटक दिया। नानी के सीने पर घुटना रखा। एक हाथ से मुंह और दूसरे हाथ से गर्दन दबा दी। जब उनकी मौत हो गई तो मैंने कमरे में रखी बालियां और 2 हजार रुपये लेकर चला गया। इसके बाद मैंने अपनी दुकान लगातार खुली रखी, ताकि किसी को शक न हो। लेकिन पुलिस हिरासत में पूछताछ के दौरान अपना गुनाह कबूल कर लिया।