Video : दिल्ली की बेटी के भविष्य के साथ नोएडा में बड़ी खिलवाड़, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी सवालों के घेरे में

Google Image | Symbolic Photo



New Delhi/Noida : दिल्ली की बेटी के साथ नोएडा में NTA यानी कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी में बड़ा खिलवाड़ किया है। स्कोर कार्ड में 99% होने के बावजूद भी उसको परीक्षा से यह कहकर बाहर निकाल दिया गया कि उसका स्कोर पर्सेंट कुल 66 है। जिसके बाद अब नेशनल टेस्टिंग एजेंसी सवालों के घेरे में खड़ी हो गई है। पीड़िता ने सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कहते हुए न्याय की गुहार लगाई है।

JEE-MAIN की परीक्षा में किए शानदार अंक हासिल
मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली के उत्तम नगर में रहने वाली खुशी शर्मा ने कुछ समय पहले JEE-MAIN की परीक्षा दी थी। इस परीक्षा में उसने शानदार अंक हासिल किए थे। शानदार प्रदर्शन के चलते खुशी शर्मा की इलीजिबिल्टी IIT Advanced (Indian Institutes of Technology) के लिए भी बन गई। खुशी के मुताबिक, उन्होंने एडवांस्ड परीक्षा में शामिल होने के लिए एडमिट कार्ड भी ऑनलाइन ही डॉउनलोड कर लिया। 

यह कहकर एग्जाम से बाहर निकाला
रविवार को नोएडा के सेक्टर-62 में स्थित सेंटर में खुशी शर्मा एग्जाम देने गई थी। पहले वहां पर मौजूद स्टाफ ने खुशी शर्मा को एंट्री दे दी, लेकिन बाद में यह कहकर बाहर निकाल दिया कि उसका परफॉर्मर स्कोर 66% है। इसलिए उसको एग्जाम में नहीं बैठने दिया जाएगा। जबकि खुशी शर्मा का परफॉर्मेंस को 99% है। इसका रिपोर्ट कार्ड उसने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के स्टाफ को भी दिखाया। उसके बावजूद भी उसको एग्जाम में नहीं बैठने दिया गया। 

सवालों के घेरे में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी
खुशी शर्मा का कहना है, "नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के द्वारा मेरा रोल नंबर किसी को बच्चे को अलॉट कर दिया गया है और मेरा परफॉर्मेंस 99% होने के बावजूद भी मुझे बाहर निकाल दिया गया। ऐसे में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।" खुशी शर्मा के पिता प्रदीप शर्मा का कहना है कि यह कोई छोटी-मोटी नहीं बल्कि बहुत बड़ी गलती है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की लापरवाही से देश की बेटी का भविष्य खराब हुआ है। ऐसे में उन्होंने पुलिस और प्रशासन से एग्जाम करवाने वाली एजेंसी के खिलाफ जांच की मांग की है

योगी आदित्यनाथ से मांगी मदद
पीड़ित स्टूडेंट खुशी शर्मा ने इस मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मदद की गुहार लगाई है। उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से योगी आदित्यनाथ को पूरे मामले को अवगत करवाने का प्रयास किया है। जिसमें मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई है।

अन्य खबरें