जूस में मूत्र मिलाने का मामला : गाजियाबाद में रोष, नाम और आधार कार्ड पूछे, दुकान पर बिरयानी देख भड़के

गाजियाबाद | 3 महीना पहले | Dhiraj Dhillon

Tricity Today | जूस की दुकान पर जांच करने पहुंंचे लोग, एक दुकान पर पॉलीथीन में मिली बिरयानी, काली पॉलीथीन उठाकर देता दुक‌ान संचालक।



Ghaziabad News : गाजियाबाद में कथित तौर पर यूरिन मिलाकर जूस पिलाने का मामला शनिवार को पूरे दिन जहां मीडिया और सोशल मीडिया पर सुर्खियों में रहा, वहीं स्थानीय लोगों की जुबां पर इसी मामले की चर्चा रही। स्थानीय लोगों में इस घटना के बाद रोष भी देखा गया। इंदिरापुरी में लोगों ने घूम- घूमकर जूस की दुकानें देखीं और संचालकों की पहचान जानने का भी प्रयास किया। इतना ही नहीं इंदिरापुरी के बलराम नगर और शांतिनगर इलाके में जूस सेंटर संचालकों ने छोटू और गोलू जैसे नाम बताए जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए आधार कार्ड भी मांगे।

एक दुकान में काली पॉलीथीन में रखी ‌मिली बिरयानी, हंगामा
एक जूस की दुकान में काली पॉलीथीन में कुछ रखा देख लोग भड़क गए और उसे खुलवाकर देखा गया। पॉलीथीन में बिरयानी पाए जाने पर हंगामा किया। जूस की दुकानों को बंद कराने से संबंधित कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल भी हुए हैं। सभासद लोकेंद्र कुमार ने बताया कि क्षेत्र जूस की कुछ दुकानें बंद कराई गई हैं। उन्होंने कहा कि जिहादी मानसिकता के कुछ लोग यहां जूस में मिलावट कर रहे हैं। ऐसा करके वे यहां भाईचारा खत्म करना चाहते हैं। ऐसे लोग दुकान का नाम भी ऐसा रखते हैं जिससे धर्म की पहचान न हो सके।

दुकानदारों से नाम पूछे गए, आधार कार्ड मांगे गए
शांति नगर कॉलोनी के सभासद सत्येंद्र ने बताया कि इंद्रापुरी कॉलोनी में जूस की दुकान पर मूत्र मिलाकर बेचने की सूचना पर लोगों जूस की अन्य दुकानों पर जाकर जांच की। उन्होंने लोनी में खाने पीने की चीजों में मिलावट की जांच होनी चाहिए।सभासद सत्येंद्र बंसल ने बताया कि शांति नगर स्थित जूस की दुकान का नाम फ्रेश फ्रूट जूस रखा हुआ है। उसे दुकान पर काम करने वालों ने अपने नाम गोलू और छोटू बताए। बलराम नगर जूस की दुकान पर मिले दो लड़कों ने अपने नाम राजू और छोटू बताए हालांकि बाद में उन्होंने अपने सही नाम भी बता दिए।

डीसीपी ने ‌कहा, जांच कर कार्रवाई की जाएगी
डीसीपी रूरल सुरेंद्र नाथ तिवारी ने कहा है कि यदि किसी ने इस दुकानों पर जाकर जांच की है तो यह गलत है। जांच करने के लिए विभाग हैं, वह अपना काम करेंगे। थाना पुलिस को ऐसे किसी भी मामले पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। यदि कोई शिकायत मिलती है तो उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

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