डीएम गाजियाबाद सख्त : प्रदूषण बढ़ने पर बोले जिलाधिकारी प्रभावी कदम उठाएं अधिकारी, वसुंधरा और लोनी का बुरा हाल

गाजियाबाद | 1 महीना पहले | Dhiraj Dhillon

Tricity Today | जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह।



Ghaziabad News : गाजियाबाद में बढ़ते प्रदूषण को लेकर डीएम इन्द्र विक्रम सिंह के तेवर सख्त हो गए हैं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि प्रदूषण रोकने के लिए कड़े और प्रभावी कदम उठाए जाएं, ढुलमुल रैवये से काम नहीं चलेगा। जिले में प्रदूषण के लिहाज से छह ‌हॉट स्पॉट चिन्हित कर विशेष निगरानी के भी निर्देश जिलाधिकारी ने अधिकारियों को दिए हैं।

ये हैं जिले के छह हॉट स्पॉट
डीएम ने बताया कि जिले में प्रदूषण के लिहाज से साहिबाबाद, राजनगर एक्सटेंशन, लोनी, भोपुरा बार्डर, वसुंधरा और सिद्धार्थ विहार को हॉट स्पॉट चिन्हित किया गया है। इन क्षेत्रों में विशेष निगरानी की जरूरत है। ध्यान रखा जाए कि इन क्षेत्रों में कहीं कूड़ा न जल रहा हो, निर्माण सामग्री खुले में न पड़ी हो। ट्रासंपोर्ट दौरान भी निर्माण सामग्री अच्छे से ढकी हो। कूड़े के वाहन भी ढके हों।

प्रदूषण फैलाने वाली इकाईयों पर सख्त कार्रवाई हो
जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी करते हुए कहा है कि प्रदूषण फैला रही इकाईयों को चिन्हित कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। प्रदूषण को कम करने के लिए सड़कों पर छिड़काव किया जाए। नगर निगम सड़कों की सफाई मशीन से कराए ताकि धूल न उड़ने पाए। ग्रैप का पालन सख्ती से कराया जाए।

एक सप्ताह में 23 लाख जुर्माना वसूला
उत्तर प्रदूषण नियं‌त्रण बोर्ड ने 15 अक्टूबर से ग्रैप लागू होने के साथ ही पर्यावरण को क्षति पहुंचाने वालों के खिलाफ सख्ती शुरू कर दी है। 15 से 21 अक्टूबर बोर्ड ने खुले में निर्माण सामग्री रखने या उसे लेकर जाने पर आठ इकाईयों के खिलाफ कार्रवाई की है। पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने के लिए इन इकाईयों पर 23 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है।

वसुंधरा और लोनी का बुरा हाल
गाजियाबाद का एक्यूआई लगातार बढ रहा है। सोमवार शाम को एक्यूआई 276 दर्ज किया गया, जो एक ही दिन में करीब 30 अंक चढ़कर रेड जोन के पास पहुंच गया। लोनी और वसुंधरा गाजियाबाद के सबसे प्रदूषित इलाके रहे, जहां एक्यूआई 300 पार करने के साथ ही रेड जोन में पहुंच गया है।

सांस रोगी रखें सावधानी
पब्लिक हेल्थ के नोडल अधिकारी डा. आरके गुप्ता का कहना है प्रदूषण बढ़ने के साथ ही अस्पतालों में रोगियों की संख्या बढने लगी है। उन्होंने कहा एक्यूआई रेड जोन में जाने पर स्थिति सांस रोगियों के लिए जानलेवा हो सकती है। ऐसे लोगों खुले में निकलने से परहेज करें। खासकर सुबह और शाम बाहर निकलने से बचें और मास्क का प्रयोग करें।

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