गाजियाबाद पुलिस का गुडवर्क : पुलिस के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश, सरगना समेत तीन दिल्ली के

Tricity Today | पुलिस हिरासत में चारों अभियुक्त, जानकारी देतीं एसीपी पूनम मिश्रा, और बरामद कार।



Ghaziabad News : दिल्ली के विनोद नगर इलाके निवासी जसवीर उर्फ मोनू पुलिस अधिकारी के नाम पर इलेक्ट्रोनिक्स एप्लायंसेस के शोरूम मालिक को कॉल करके बड़ी ठसक के साथ माल भेजने और वहीं से पेमेंट लेने की बात कहता था। अब न केवल जसवीर बल्कि उसका साथी दिल्ली के मंडावली निवासी मनीष और ठगी का माल खरीदने वाले तमीम और दिलशाद भी सलाखों के पीछे हैं। तमीम हापुड़ जनपद के धौलाना का रहने वाला और दिलशाद दिल्ली के मधु विहार इलाके में रहता है, दोनों कबाड़ी का काम करते हैं।

एसएचओ और चौकी इंचार्ज बन की थी ठगी
नंदग्राम थाना पुलिस ने पहले एसएचओ विजयनगर और फिर मोरटा चौकी इंचार्ज के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश कर दिया है। एसीपी नंदग्राम पूनम मिश्रा ने बताया कि प्रताप विहार निवासी तरुण सिंघल और खोड़ा निवासी समीर की तहरीर पर नंदग्राम थाने में ठगी के दो मुकदमें दर्ज हुए थे। तरुण से एसएचओ विजयनगर के नाम पर दो ‌स्प्लिट एसी और समीर से मोरटा चौकी इंचार्ज बनकर दो एलईडी टीवी राजनगर एक्सटेंशन स्थित एसजी ग्रांड सोसायटी के गेट पर मंगाकर ठगी की गई थी।

मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने की घेराबंदी
एसीपी पूनम मिश्रा ने बताया दोनों घटनाएं एक ही तरह की थीं और दोनों बार एसजी ग्रांड सोसायटी पर माल मंगवाया गया था, इससे यह तो साफ हो गया था कि दोनों वारदातों को एक ही गैंग ने अंजाम दिया है। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे, सर्विलांस व लोकल इनपुट की मदद से रविवार को मुखबिर से सूचना मिली कि ठगी का माल रेड एप्पल सोसायटी के पास खंडहर में छिपाया गया है और शातिर दो ‌कबाड़ियों को उसने बेचने के लिए पहुंचेंगे। पुलिस ने इनपुट के आधार पर घेराबंदी कर ली।

पुलिस ने ऐसे की गिरफ्तारी
जसवीर और मनीष नोएडा नंबर की अर्टिगा कार में सवार होकर मौके पर पहुंचे। उनके साथ तमीम और दिलशाद भी थे। जैसे ही शातिरों ने ठगी का माल खंडहर से निकाला, पहले से घेराबंदी कर चुकी पुलिस ने चारों को दबोच लिया। पुलिस ने मौके से चार स्प्लिट एसी, चार एलईडी टीवी व घटना में प्रयुक्त अर्टिगा कार  (UP-16-DF-0231) सहित चारों को गिरफ्तार कर लिया।

बोर्ड से नंबर लेकर कॉल करता था जसवीर
मनीष व जसवीर उर्फ मोनू ने बताया कि हम ऑनलाइन ELECTRONICS की तलाश करते थे उसके बाद दुकान के बाहर जाकर उनके बोर्ड पर लगे नंबर को नोट कर लेते हैं, उसके बाद जसवीर उर्फ मोनू किसी स्थानीय पुलिस अधिकारी के नाम से फोन कर दुकानदार को सामान भेजने और डिलीवरी पर पेमेंट की बात करता था। पुलिस अधिकारी के नाम पर कोई दुकानदार सामान भेजने में आनाकानी नहीं करता था। सोसायटी के फ्लैट का नंबर दुकानदार को बताया जाता था लेकिन मेन गेट के बाहर ही सामान रिसीव कर लिया जाता था और वहां से कोई जगह बताकर पेमेंट के लिए भेज देते थे।

शातिरों के बारे में जानिए
मुख्य अभियुक्त 40 वर्षीय जसवीर सिंह उर्फ मोनू पुत्र जसवंत सिंह दिल्ली के विनोद नगर पूर्वी का रहने वाला है। जबकि उसका साथी मनीष कुमार पुत्र मुकेश कुमार मूलरूप से आगरा का रहने वाला है और फिलहाल दिल्ली के मंडावली में रहता है। दिलशाद पुत्र जमील मधु विहार, दिल्ली और तमीम पुत्र हामिद हापुड़ जनपद के धौलाना थानाक्षेत्र में देहरा गांव का रहने वाला है।

जसवीर पर दर्ज हैं चार मुकदमें
जसवीर के खिलाफ दिल्ली के थाना न्यू अशोक नगर में आर्म्स एक्ट, थाना मंडावली में दुष्कर्म और थाना लाहौरी गेट, दिल्ली में धोखाधड़ी व थाना बालैनी, जिला बागपत में धोखाधड़ी व चोरी का एक मुकदमा दर्ज है।

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