22 जुलाई से शुरू होगी कांवड़ यात्रा : सीसीटीवी की निगरानी में रहेगा पूरा रूट, पुलिस और प्रशासन तैयारियों में जुटा

गाजियाबाद | 3 महीना पहले | Dhiraj Dhillon

Tricity Today | File Photo कांवड़ यात्रा के दौरान दूधेश्वरनाथ मंदिर में जलाभिषेक करते भोले के भक्त



Ghaziabad News : कांवड़ यात्रा इस बारिश की फुहारों के बीच होगी। कांवड़िए भगवा कपड़े धारण कर झूमते गाते शिवालयों की ओर बढते ‌‌हैं तो पूरा पश्चिमी उत्तर प्रदेश, खासकर गाजियाबाद, मेरठ और मुजफ्फरनगर जनपद भोले के रंग में रंगा नजर आता है। 22 जुलाई के बाद कांवड़ यात्रा मार्ग पर यह नजारा आम होगा। कांवड़ यात्रियों की भारी संख्या को देखते हुए पुलिस - प्रशासन कांवड़ यात्रा की फुल प्रूफ तैयारियां करने में जुटा है। कांवड़ियों की सुरक्षा और उनकी सुविधा को लेकर सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। कांवड़ यात्रा का पूरा रूट सीसीटीवी की निगरानी में रहेगा

बिजली के सभी खंभे पॉलीथीन से कवर होंगे
इस यात्रा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रुचि और दिशा-निर्देशों के चलते प्रशासन खासतौर पर सतर्क रहता है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि कांवड़ यात्रा के दौरान बजने वाले डीजे सुरक्षित मानकों का ध्यान रखते हुए ही बजाए जाएं, डीजे की आवाज ज्यादा तेज न हो। प्रशासन इस बात का आश्वस्त कर ले। साथ ही कांवड़ यात्रा रूट पर सीसीटीवी कैमरों से लगातार निगरानी और हादसों पर अंकुश लगाने के लिए बिजली के खंभों और तारों को दुरस्त करने के भी आदेश शासन से प्राप्त हुए हैं। यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले सभी खंभे बिजली के पॉलीथीन से कवर करने के भी निर्देश दिए गए हैं।

गाजियाबाद से गुजरते हैं कांवड़िये 
कांवड़ यात्रा के दौरान भोले के भक्त हरिद्वार से पवित्र गंगाजल लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलावा दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान तक जाते हैं। यूपी में मेरठ और गाजियाबाद इस यात्रा के अहम पड़ाव माने जाते हैं। श्रावण माह में होने वाली कांवड़ यात्रा का खास महत्व माना जाता है। श्रावण माह के दौरान लाखों की संख्या में गाजियाबाद के दूधेश्वर नाथ मंदिर में जलाभिषेक करते ‌‌हैं। इससे कहीं अधिक कांवड़ यात्री गाजियाबाद से होते हुए दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान तक जाते हैं। दूधेश्वर नाथ के महंत श्री नारायण गिरी बताते हैं कि 22 जुलाई को श्रावण मास शुरू होने के साथ ही कांवड़ यात्रा शुरू हो जाएगी। सोमवार के दिन भोले का जलाभिषेक करने का खास महत्व होता है, इसलिए श्रावण मास में पड़ने वाले हर सोमवार को भोले भक्तों की भारी भीड़ दूधेश्वरनाथ मंदिर में जलाभिषेक के लिए पहुंचती है।

सीसीटीवी की जद में होगी कांवड़ यात्रा
कांवड़ यात्रा मार्ग पर भोले के भक्तों की सुरक्षा को खास बंदोवश्त किए जा रहे हैं। गाजियाबाद कमिश्नरेट पुलिस ने कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए जोन, थाना और चौकी स्तर पर जिम्मेदारियां तय की गई हैं। कांवड़ियों को किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए हर साल की तरह यातायात पुलिस रूट डायवर्जन प्लान तैयार करने में लगी है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक कांवड़ यात्रा के सभी रूट पूरी तरह सीसीटीवी कैमरों की जद में होंगे। इसके साथ ही कांवड़ियों के सेवा में सड़क किनारे खाने और आराम करने के लिए आयोजित कैंप भी सीसीटीवी की निगरानी में होंगे। हर कैंप में आयोजक को कम से कम दो सीसीटीवी अवश्य लगाने होंगे।

सादी वर्दी में भी तैनात रहेंगे पुलिसकर्मी
गाजियाबाद में मोदीनगर थानाक्षेत्र से दिल्ली बार्डर से सटे कौशांबी थानाक्षेत्र तक यात्रा मार्ग में 105 चौकियां यात्रा मार्ग में पड़ेंगी। पुलिस कमिश्नर अजय मिश्र ने बताया कि हर चौकी पर नौ पुलिसकर्मी तैनात होंगे। इनमें पांच-पांच सब-इंस्पेक्टर और चार -चार कांस्टेबल शामिल रहेंगे। यात्रा मार्ग पर पड़ने वाली सभी चौकियों के लिए डयूटी आवंटित कर दी गई हैं, इसके अलावा एलआईयू और सादे कपड़ों में भी पुलिसकर्मी सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रखेंगे। मेरठ रोड पर कंट्रोल रूम स्थापित कर जनपद के पूरे यात्रा मार्ग पर नजर रखी जाएगी।

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