गाजियाबाद में महापंचायत : धक्का- मुक्की और तनातनी, एडीसीपी से वार्ता के बाद बात बनी, महापंचायत स्थगित, नंदकिशोर गुर्जर ने पुलिस कमिश्नर के खिलाफ कर डाली ऐसी मांग

गाजियाबाद | 2 महीना पहले | Dhiraj Dhillon

Tricity Today | महापंचायत स्थगित किए जाने की जानकारी देते विधायक नंदकिशोर गुर्जर, साथ में हैं आचार्य दीपांकर व अन्य।



Ghaziabad News : पुलिस की शक्ति और सुलह के बाद फिलहाल डासना मंदिर पर बुलाई गई महापंचायत स्थगित कर दी गई है। पुलिस के द्वारा रोके जाने के बाद हाई-वे पर की सर्विस लेन पर ही धरने पर बैठे लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर एडीसीपी दिनेश कुमार पी. के मान मनव्वल के बाद उठ गए हैं। विधायक ने तीन मांगे रखते हुए एक सप्ताह एक सप्ताह का समय देने की बात कही है। साथ ही उन्होंने चेताया कि एक सप्ताह में मांगें नहीं मानी गईं तो पूरा सनातन फिर इकठ्ठा होगा। विधायक ने गंभीर आरोप लगाते हुए सीधे पुलिस कमिश्नर पर ही एफआईआर दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की मांग कर डाली।

हमले की साजिश रचने वालों को फांसी हो
विधायक ने कहा यह देश को हिलाने वाली बात है कि आस्था पर हमला किया गया। उस हमले से पूरा हिंदू समाज आक्रोशित है। हमले की साजिश रचने वालों के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई हो और फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर उन्हें फांसी दी जाए। विधायक ने कहा कि अ‌भी तक एक पूर्व विधायक और जितने जिहादी हमलावरों को उकसा रहे थे उनमें से एक को भी गिरफ्तार नहीं किया गया है। डीएम गाजियाबाद मामले ने मामले को बातचीत करके समाप्त करा दिया था लेकिन एक अधिकारी जिले को जलाना चाहता है, उसके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज हो।

यह तीन मांगे रखीं
विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने अधिकारियों के समक्ष रखी गईं तीन मांगों की जानकारी दी, उन्होंने बताया  कि पुलिस कमिश्नर के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो और उनकी गिरफ्तारी की जाए। दूसरी मांग - केंद्र सरकार सख्त कानून बनाए, लव जिहाद, मंदिर या यात्राओं पर हमला करने वालों के खिलाफ एनएसए के तहत मुकदमा हो और फांसी हो। तीसरी मांग है कि जिन जिहादियों ने मंदिर पर हमला किया है, उन सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो। उन्होंने कहा कि उच्च अधिकारियों से वार्ता हुई है और सख्त कार्रवाई का आश्वासन मिला है। कार्रवाई नहीं हुई सनातनी फिर तैयारी के साथ इकठ्ठा होंगे।

आचार्य दीपांकर और विधायक के अलावा कोई नहीं पहुंचा
महापंचायत को लेकर जिस तरह के दावे किए जा रहे थे पुलिस की सख्ती के चलते ऐसा कुछ नहीं हुआ। बड़े चेहरों की बात करें विधायक नंदकिशोर और आचार्य दीपाकंर के अलावा कोई डासना नहीं डासना। उन्हें भी पुलिस ने हाईवे से आगे नहीं जाने दिया। रोके जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए आचार्च दीपांकर ने कहा, बड़ी खराब स्थिति है। ऐसा लगा रहा है कि दूसरे देश की सीमा में जाने की बात हो। भाजपा नेता और दूधेश्वर सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष यतेंद्र नागर भी विधायक के साथ खड़े नजर आए।

40 लोगों को हिरासत में लिया गया
एडीसीपी दिनेश कुमार पी. ने बताया कि पुलिस के रोके जाने के बाद बेरिक‌ेडिंग तोड़ने और निषेधाज्ञा का उलंघन करने के आरोप में 40 लोगों को मौके से हिरासत में लिया गया है। उन्होंने दावा किया है कि माहौल बिगाड़ने वाला कोई भी हो, कानून उसके खिलाफ सख्ती से निपटेगा। हालांकि लोनी विधायक के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर वह गोलमोल जबाव दे गए।

बेरिकेडिंग पर जोर अजमाइश भी हुई
जिलाधिकारी और पुलिस कमिश्नर की ओर से लगातार चेतावनी जारी किए जाने के बाद कुछ लोग डासना पहुंचे। इन सभी लोगोंं को हालांकि पुलिस ने हाईवे से उतरकर मंदिर की ओर नहीं जाने दिया। पंचायत के लिए मंदिर की ओर जाने की जिद कर रहे लोगों ने बेरिकेडिंग पर जोर अजमाइश की लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया और 40 लोगों को हिरासत में ले लिया।

अन्य खबरें