Ghaziabad News : देर रात शालीमार गार्डन स्थित क्रिस्टल कैफे में दो पक्षों की बीच जमकर बबाल हुआ। दोनों पक्षों का यह तांडव कैफे के बाहर निकलकर सड़क पर भी तब तक जारी रहा जब तक कि पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आधा दर्जन को दबोच नहीं लिया। हिरासत में लिए गए लोगों में एक दिल्ली पुलिस का हैड कांस्टेबल भी है। मौके पर एक स्कॉर्पियों को बुरी तरह तोड़ दिया गया। क्रिस्टल कैफे का नाम हुक्का बार से भी जुड़ा रहा है। सोमवार देर शाम कैफे में चल रही एक बर्थडे पार्टी के दौरान हुए इस बवाल के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं। दोनों पक्ष किस तरह एक दूसरे की जान के पीछे हाथ धोकर पड़े हैं, वीडियो देखकर आसानी से समझा जा सकता है। इसी बीच मौके पर पहुंची पुलिस को इन्हें काबू करने में पसीने आ गए।
डीजे पर गाना बजाने का लेकर हुआ विवाद
एसीपी शालीमार गार्डन सलोनी अग्रवाल ने बताया कि रात शालीमार गार्डन में 80 फुटा रोड स्थित क्रिस्टल कैफे में झगड़े की सूचना प्राप्त होने पर पुलिस मौके पर पहुंची थी। कैफे में आन्नद सिंह पुत्र संजय सिंह अपने अन्य साथियों के साथ पार्टी करने के पहुंचे थे। वहां पहले से मौजूद दिल्ली पुलिस का हैड कांस्टेबल सोनू पुत्र जन्नेद्र अपने साथियों के साथ जिम कौच अनिल का बर्थडे मनाने पहुंचा हुआ था। दोनों पक्षों में डीजे पर गाने बजाने को लेकर विवाद हो गया। कुछ ही देर में दोनों पक्षों के बीच मारपीट शुरू हो गई।
हैड कांस्टेबल समेत छह हिरासत में
कुछ ही देर में दोनों पक्ष आपस में उलझते हुए कैफे से बाहर आ गए और सड़क पर हुए तांडव को देखकर आसपास दहशत फैल गई। एसीपी ने बताया कि मौके से पुलिस ने दिल्ली के शास्त्री पार्क थाने में तैनात दिल्ली पुलिस के हैंड कांस्टेबल सोनू समेत दोनों पक्षों से छह लोगों को हिरासत में लिया है। मामले में थाना शालीमार गार्डन पुलिस ने खुद मुकदमा दर्ज कर मजरुब आन्नद और सुरेन्द्र का मेडिकल कराया गया है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मामले की जांच कर रही है।
जाति को इंगित करने वाले गाने पर हुआ था विवाद
इस घटना में दिल्ली पुलिस के हैड कांस्टेबल सोनू के भतीजे सुरेंद्र की स्कॉर्पियो बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। घटना के दौरान जब पुलिस मौके पर पहुंची तो कैफे संचालक पंकज फरार हो चुका था। एसीपी सलोनी अग्रवाल का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर फरार अभियुक्तों की तलाश की जा रही है। जांच में पता चला है कि हैड कांस्टेबल सोनू की फरमाइश पर डीजे पर एक गाना बजाया जा रहा था, दूसरे पक्ष के आनंद को इस गाने में एक जाति को इंगित किए जाने से गाने पर आपत्ति थी। यही बात दोनों पक्षों के बीच विवाद का कारण बन गई।