गाजियाबाद नगर निगम में अजब तरीका : अनूठी कवायद के तहत जिसका लाटरी में नाम निकला उसी की सदस्यता चली गई

गाजियाबाद | 3 महीना पहले | Dhiraj Dhillon

Tricity Today | गाजियाबाद नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक में मेयर सुनीता दयाल



Ghaziabad News : लाटरी निकलने का मतलब कुछ सकारात्मक होता है लेकिन जब नगर निगम में कार्यकारिणी से छह सदस्यों को रिटायर करने के लिए लाटरी को सहारा लिया तो इसके मायने उलट गए। लेकिन इतना जरूर हुआ कि हमेशा हंगामे के लिए चर्चा में रहने वाले नगर निगम में इस पर कोई आपत्ति नहीं हुई। सबसे पहली पर्ची सदन के उपाध्यक्ष राजीव शर्मा की निकली तो मेयर सुनीता दयाल को जरूर झटका लगा और उन्होंने तुरंत माथे पर हाथ मार लिया। हालांकि कार्यकारिणी से रिटायर किए गए सदस्यों में उपस्थित पांच सदस्यों ने इसे खुशी-खुशी मान भी लिया। रिटायर हुए छठे कार्यकारिणी सदस्य सभागार में मौजूद नहीं थे। 

नगर निगम का उच्च सदन है कार्यकारिणी
गाजियाबाद नगर निगम की कार्यकारिणी में 12 पार्षदों को कार्यकारिणी सदस्य चुना जाता है। एक तरह से कार्यकारिणी नगर निगम के उच्च सदन के रूप में कार्य करती है। कार्यकारिणी प्रस्ताव पास कर देती है तो उस पर नगर निगम की बोर्ड बैठक में चर्चा होती ह‌ै। कार्यकारिणी छह सदस्यों का कार्यकाल पूरा हो गया। शुक्रवार को बुलाई गई बैठक में यह तय होना था कि कौन-कौन से सदस्य रिटायर होंगे। इसके लिए अपर नगरायुक्त पल्लवी सिंह ने सभी 12 नामों की पर्ची बनाईं और ड्रॉप बॉक्स में डालकर अच्छी तरह से मिक्स कर दी गईं। फिर एक-एक कर छह पर्चियां निकाली गईं। जिन-जिन नामों की पर्ची निकलती गई, वह छहों सदस्य कार्यकारिणी से रिटायर मान लिए गए। नए सदस्यों का चयन जल्द ही बोर्ड बैठक में किया जाएगा।

ये छह सदस्य हुए बाहर
कार्यकारिणी से बाहर हुए सदस्यों में सबसे पहला नाम उपाध्यक्ष राजीव शर्मा का है। उनके अलावा राजकुमार सिंह, गौरव सोलंकी, धीरेंद्र यादव, आदिल मलिक तथा रेखा गोस्वामी को कार्यकारिणी से रिटायर किया गया है।अब निगम सदन की बैठक के दौरान न केवल छह नए सदस्यों का निगम कार्यकारिणी के लिए चुनाव होगा बल्कि नए सिरे से निगम कार्यकारिणी उपाध्यक्ष पद का भी चुनाव होगा। निगम कार्यकारिणी के लिए सदस्यों का दो साल के लिए चयन होता है, लेकिन निगम में ऐसी परंपरा चली आ रही है कि शुरूआत में सदस्यों का एक साल का कार्यकाल होने पर चुनाव की व्यवस्था है।

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