|
दिल्ली के सरकारी स्कूलों में स्टाफ की कमी के कारण अब स्वयंसेवको को पढ़ाने के लिए बुलाया जा रहा है. इनमें कुछ तो उन्हीं स्कूलों के पुराने छात्र हैं तो कुछ बिना प्रशिक्षण के पढ़ा रहे हैं.
इस व्यवस्था से सरकारी स्कूलों के टीचर्स परेशान हैं. उनका मानना है कि इससे यह संदेश जाता है कि कोई भी टीचिंग कर सकता है. एक अध्यापक ने कहा, 'यह टेंपरेरी उपाय है. इनमें से अधिकतर प्रशिक्षित नहीं है इसलिए हम उनकी टीचिंग पर भरोसानहीं कर सकते. ये सभी एक माह तक पढ़ाएंगे और इन्हें इसके लिए तनख्वाह भी नहीं मिलेगी.'
UP Police Exam : यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा की नई तारीख है फर्जी, सरकार ने कहा- अफवाहों पर न दें ध्यान
उत्तर प्रदेशBIG BREAKING : रवि काना गैंग को तगड़ा झटका, गैंगरेप केस में हाईकोर्ट ने खारिज की जमानत याचिका
उत्तर प्रदेशप्रियंका गांधी बोलीं- मोदी हमें देशद्रोही कह सकते हैं, मेरे पिता की शहादत को खत्म नहीं कर सकते
उत्तर प्रदेशआगरा लोकसभा क्षेत्र में चुनावी तैयारियों ने जोर पकड़ा : गौतमबुद्ध नगर से रकम सिंह भाटी को भेजा गया
उत्तर प्रदेश