Tricity Today | ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी की रक्षाबंधन पर 'बहनों' को सौगात
Greater Noida News : इस खबर के साथ प्रकाशित तस्वीर ग्रेटर नोएडा शहर की है। यह उत्तर प्रदेश की आर्थिक राजधानी, सपनों का शहर और हाईटेक शहर जैसे उपनामों से विभूषित है। शुक्रवार की रात और शनिवार की सुबह हुई बारिश के बाद हालात ऐसे हैं। रक्षाबन्धन के लिए आने और जाने वाली महिलाओं को घुटनों तक पानी से होकर जाना पड़ रहा है। यह ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी की रक्षाबन्धन पर 'बहनों' को सौगात है। दूसरी ओर शहर की यह हालत देखकर निवासी हैरान हैं। लंबे अरसे से शहर में रह रहे लोग कह रहे हैं कि ऐसे हालात कभी नहीं देखे थे।
पिछली बारिश के बाद ग्रेटर नोएडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण खुद दौरा करने हल्दौनी और कुलेसरा गए थे। हालात देखकर सीईओ ने जिम्मेदार दो अफसरों पर कार्रवाई का आदेश दिया था। जल निकासी की स्थायी व्यवस्था करने के लिए 3 दिनों में कार्ययोजना पेश करने का आदेश दिया था। अब तक एक्शन और प्लानिंग के बारे में कुछ अता-पता नहीं हैं।
स्थिति सुधरने की बजाय बिगड़ रही हैं। रविवार को रक्षाबंधन है। जिसके लिए सूरजपुर, हबीबपुर, सथियाना, हल्दौनी और कुलेसरा समेत आसपास के इलाके से महिलाएं बड़ी संख्या में आवागमन कर रही हैं। बस स्टैण्ड और सड़कों पर पानी भरा है। महिलाओं को उससे होकर गुजरना पड़ रहा है। शहर के लोग कह रहे हैं कि यह रक्षाबंधन पर प्राधिकरण की बहनों को सौगात है।
प्राधिकरण के अफसरों की शर्म आणि चाहिए : पीड़ित महिला
ग्रेटर नोएडा के सुथियाना गांव की निवासी खुशी कश्यप का कहना है कि वह अपने 4 बेटे के साथ अपने भाई के पास जा रही थी। बेटा गोद में था। सुथियाना गांव के बस स्टैंड पर जलभराव के कारण उनको काफी दिक्कत हुई है। एक हाथ में बैग, दूसरे हाथ में बेटा और सड़क पर एक-एक फुट का जलभराव के कारण वह वापस लौट गई। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की लापरवाही के कारण ना जाने मेरे शहर की कितनी बहनें अपने भाई के घर नहीं जा पाई। अफसरों को शर्म आनी चाहिए।
जलभराव में गहरे गड्ढे
एक अन्य महिला अंशु नागर का कहना है कि उनका मायका ग्रेटर नोएडा में है। वह रक्षाबंधन के त्यौहार पर अपने पति के साथ कार में सवार होकर दिल्ली से ग्रेटर नोएडा आ रही थी। हल्दौनी-कुलेसरा मेन रोड पर जलभराव है। जिसके कारण सड़क पर गड्ढे का पता नहीं चल पाया। गड्ढे में उनकी गाड़ी का एक पहिया गिर गया। जिसके कारण उनको काफी दिक्कतें हुई है। आस-पास के कुछ लोगों ने उनकी मदद की है।