मिसाल बना ग्रेटर नोएडा का अस्तौली गांव : 7 बेटियों समेत 33 युवाओं ने बिना कोचिंग पास की यूपी पुलिस की परीक्षा

Tricity Today | अस्तौली गांव में युवक, जिन्होंने पास किया यूपी पुलिस का एग्जाम



Greater Noida News : संकल्प, मेहनत और दृढ़ता के साथ अगर कोई लक्ष्य का पीछा करे तो असंभव भी संभव हो जाता है। ऐसा ही उदाहरण ग्रेटर नोएडा के दनकौर ब्लॉक स्थित अस्तौली गांव के युवाओं ने पेश किया है। गांव के 33 युवाओं ने उत्तर प्रदेश पुलिस की लिखित परीक्षा में सफलता हासिल की है। खास बात यह है कि इन सभी ने बिना किसी कोचिंग या महंगे संसाधनों के इस परीक्षा को पास किया। उनकी इस उपलब्धि से गांव में उत्सव का माहौल है।

पुस्तकालय बना सफलता की कुंजी
अस्तौली गांव के युवाओं की इस सफलता के पीछे ग्राम पाठशाला द्वारा संचालित निशुल्क पुस्तकालय का बड़ा योगदान है। इस पुस्तकालय में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए सभी जरूरी किताबें उपलब्ध कराई गई थीं। पुस्तकालय की स्थापना गांव के निवासी और शिक्षक अंकित भाटी ने की है। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि आर्थिक रूप से कमजोर छात्र भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और तैयारी के संसाधनों से वंचित न रहें। अंकित भाटी खुद छात्रों को मार्गदर्शन देते और परीक्षा के कठिन विषयों को समझने में उनकी मदद करते। उनकी इस पहल ने न केवल छात्रों को सफलता के मार्ग पर अग्रसर किया बल्कि पूरे गांव के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया।

सात बेटियों की सफलता बनी मिसाल
इस परीक्षा में गांव की बेटियों ने भी शानदार प्रदर्शन किया। इन 33 सफल उम्मीदवारों में सात लड़कियां शामिल हैं। जिसमें कविता, शीतल, मनीषा, शीला, भावना, मोनी और मानवी शामिल हैं। उनकी इस सफलता ने गांव की अन्य लड़कियों और उनके परिवारों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए प्रेरित किया है।

ये युवक भी कम नहीं
21 नवंबर को परिणाम घोषित होने के बाद से पूरे गांव में खुशी की लहर है। सफल छात्रों में बिल्लू, मनीष, आकाश, कविता, कुलवंत, अरविंद, संध्या, रिंकू, सौरभ, बबली, गौरव, भूपेंद्र, मनीषा, हिमांशु, मोहित, राहुल और अन्य शामिल हैं। उनकी इस सफलता ने यह साबित कर दिया कि अगर सामूहिक प्रयास और उचित मार्गदर्शन मिले तो सीमित संसाधनों के बावजूद बड़ी उपलब्धियां हासिल की जा सकती हैं।

अन्य युवाओं के लिए प्रेरणा बने अस्तौली गांव के युवक
अस्तौली गांव के इन युवाओं ने बिना कोचिंग और महंगे संसाधनों के सफलता का नया इतिहास रच दिया है। उनकी यह उपलब्धि न केवल उनके परिवारों बल्कि आसपास के गांवों के युवाओं को भी प्रेरणा दे रही है। यह सफलता इस बात का प्रमाण है कि सही दिशा और दृढ़ निश्चय के साथ कोई भी बाधा पार की जा सकती है।

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