गौतमबुद्ध नगर में जो हो जाए, वह कम ही है। बिसरख क्षेत्र पंचायत प्रमुख के लिए भारतीय जनता पार्टी ने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। कारण, मजबूत उम्मीदवार नहीं मिलना है, ऐसा पार्टी के नेता कह रहे हैं, लेकिन हकीकत अलग है। अब जिस उम्मीदवार को फायदा पहुंचाने के लिए पार्टी ने सीट खाली छोड़ दी, उसने खुद को भाजपा का प्रत्याशी घोषित कर दिया है। पूरे इलाके में होर्डिंग लगा दिए हैं। यह होर्डिंग बड़ा दिलचस्प है और आजकल पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है।
होर्डिंग पर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, पार्टी के राष्ट्रीय, प्रदेश, क्षेत्रीय और जिलाध्यक्ष के छोटे-छोटे फोटो हैं। नोएडा के विधायक पंकज सिंह, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी इस होर्डिंग पर हैं। फिर दूसरी पंक्ति में तीन हँसते और खिलखिलाते फोटो हैं। इनमें सांसद डॉ.महेश शर्मा, बीचोंबीच एमएलसी श्रीचंद शर्मा और बाजू में दादरी के विधायक मास्टर तेजपाल सिंह नागर हैं। इन तीनों के फोटो जरा बड़े-बड़े हैं। जिससे लोगों को दूर से बहुत आसानी से नजर आ रहे हैं।
फिर एक सबसे बड़ा फोटो बिसरख के पूर्व ब्लॉक प्रमुख ध्यान सिंह भाटी का है। वह सफेद झक कपड़ों में हैं और दूसरे कोने में उनकी पुत्रवधु रूचि भाटी की फोटो छपी है। बीचोंबीच कमल का फूल है। रूचि भाटी को बिसरख क्षेत्र पंचायत प्रमुख पद की प्रत्याशी लिखा है। आखिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को फ्री कोरोना वैक्सीन देने पर आभार जाहिर किया गया है।
इन होर्डिंग को देखकर साफ लगता है कि ध्यान सिंह भाटी भाजपा के बड़े पुराने नेता हैं और उनकी पुत्रवधु भाजपा की उम्मीदवार हैं। ख़ास बात यह है कि गौतमबुद्ध नगर भाजपा के इन तमाम नेताओं और खुद जिलाध्यक्ष को इस दुरुपयोग पर कोई आपत्ति भी नहीं है। क्या ऐसा करना उचित है। इस सवाल पर जिलाध्यक्ष विजय भाटी ने कहा, "बिसरख ब्लॉक प्रमुख के लिए दो उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। दोनों पार्टी से टिकट मांग रहे थे। हमने किसी को नहीं दिया। यह होर्डिंग गलत लगाया गया है। मैंने स्थिति साफ करने के लिए सोशल मीडिया पर भी लिखा है। ध्यान सिंह भाटी और रूचि भाटी भाजपा में नहीं हैं।"
मौजूदा एमएलसी श्रीचंद शर्मा भी गौतमबुद्ध नगर भाजपा के जिलाध्यक्ष रह चुके हैं। उन्हें पार्टी की रीति और नीति का विशेषज्ञ माना जाता है। उन्होंने इस बारे में कहा, "अगर पार्टी ने किसी को उम्मीदवार घोषित नहीं किया है तो वह ऐसा नहीं कर सकता है। इस पर पार्टी के जिलाध्यक्ष उचित प्रक्रिया का पालन करेंगे।"