उत्तर प्रदेश के संभल में हिंसा : शाही जामा मस्जिद सर्वे के दौरान उग्र भीड़ ने किया पथराव, योगी आदित्यनाथ को आया गुस्सा

Google Photo | शाही जामा मस्जिद सर्वे के दौरान उग्र भीड़ ने किया पथराव



Sambhal News : उत्तर प्रदेश के संभल जिले में इस समय हंगामा हो रहा है। मस्जिद को लेकर तनाव की स्थिति बनी हुई है। अब इस मामले में उत्तर प्रदेश के चीफ मिनिस्टर योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने सख्त एक्शन लिया है। उन्होंने "लॉ एंड ऑर्डर" को आदेश दिए हैं कि अपराधी किस्म के व्यक्तियों पर सख्त निगाहें रखी जाए। अगर कोई ऊंच-नीच होती है तो तत्काल एक्शन लिया जाए। इसके अलावा पत्थरबाजों पर भी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

कैसे शुरू हुआ हंगामा
शाही जामा मस्जिद में सर्वेक्षण के दूसरे दिन बड़ा विवाद खड़ा हो गया। सर्वे कर रही टीम के मस्जिद परिसर में मौजूद रहने के दौरान बाहर एकत्रित भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया और आंसू गैस के गोले दागे। पथराव में शामिल कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया। इसमें कई पुलिस वाले भी घायल हुए हैं।

29 नवंबर को कोर्ट में पेश करेंगे रिपोर्ट 
हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने बताया कि शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण कार्य पूरा कर लिया गया है। सर्वे के दौरान फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी भी की गई है। उन्होंने बताया कि एडवोकेट कमिश्नर 29 नवंबर को अपनी रिपोर्ट कोर्ट में पेश करेंगे। हालांकि, पथराव और तनावपूर्ण स्थिति के चलते सर्वे टीम को निर्धारित समय से एक घंटे पहले ही मस्जिद से निकालकर सुरक्षित कोतवाली पहुंचाया गया।

डीजीपी ने दी चेतावनी, जिलाधिकारी की टीम मौके पर पहुंची
डीजीपी प्रशांत कुमार ने संभल के एसपी और जिलाधिकारी से बात कर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि कोर्ट के आदेशानुसार सर्वेक्षण किया जा रहा था और कानून व्यवस्था को हाथ में लेने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। संभल के जिलाधिकारी राजेंद्र पैंसिया ने बताया कि सर्वेक्षण कार्य सफलतापूर्वक पूरा हो गया है और टीम को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है। उन्होंने कहा, "स्थिति अब नियंत्रण में है। उपद्रव करने वाले शरारती तत्वों को बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे।"

भाजपा का तीखा बयान
भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि कोर्ट के आदेश पर हुई कार्रवाई के दौरान पथराव यह दर्शाता है कि कुछ लोगों का संविधान और न्यायपालिका में विश्वास नहीं है। उन्होंने कहा, "यह मुगलिया सल्तनत का दौर नहीं है। यदि किसी को आपत्ति है तो लोकतांत्रिक तरीके से अदालत का सहारा लें। योगी सरकार में कानून तोड़ने वालों पर कठोर कार्रवाई होगी।"

मौके पर तनावपूर्ण माहौल
घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है, लेकिन पुलिस और प्रशासन की सक्रियता के चलते स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। जिलाधिकारी और पुलिस प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि कानून के खिलाफ जाने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।

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