Tricity Today | गुर्जर स्वाभिमान संघर्ष समिति की बैठक
Greater Noida : रविवार को दादरी मिहिर भोज इंटर कॉलेज में गुर्जर समाज की बैठक हुई। इस बैठक में गुर्जर समाज के लोगों और राष्ट्रीय गुर्जर स्वाभिमान संघर्ष समिति ने बड़ा फैसला लिया है। पंचायत में शामिल गुर्जर नेताओं ने फैसला लिया है कि इस बार भारत का गुर्जर समाज दिवाली नहीं मनाएगा। यह पंचायत सम्राट मिहिर भोज के नाम के आगे से गुर्जर शब्द हटाने को लेकर हुई है।
राष्ट्रीय गुर्जर स्वाभिमान संघर्ष समिति के 10 बड़े फैसले लिए गए है।
पूरे देश में गुर्जर समाज इस बार दिवाली नहीं मनाएंगे।
मुख्यमंत्री समेत भाजपा के सभी गुर्जर नेताओं का सामाजिक और राजनैतिक बहिष्कार किया जाता है।
2022 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में गुर्जर समाज भाजपा को वोट की चोट करके अपने अपमान का बदला लेगा।
गुर्जर स्वाभिमान समिति पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हर एक जिले में पंचायत आयोजित कर समाज को एकजुट करके अपनी ताकत का एहसास कराएगी।
राजस्थान में 5 प्रतिशत गुर्जर आरक्षण को केंद्र सरकार 9वीं अनुसूची में डालें।
प्रत्येक गुर्जर गांवों में भाजपा नेताओं के आवागमन का विरोध किया जाएगा।
केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि देश की सीमाओं पर सीने पर गोली खाये गुर्जर और कंधे पर लिखा हो राजपूत, हमें गुर्जर रेजीमेंट चाहिए।
जेवर एयरपोर्ट का नाम गुर्जर प्रतिहार सम्राट मिहिर भोज रखा जाए।
समिति उत्तर प्रदेश समेत देश के हर राज्य में गुर्जर गांवों में सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा लगवाएगी और शिक्षण संस्था भी उनके नाम से हो।
दादरी रियासत में राजा शहीद राव उमराव सिंह की बड़ी प्रतिमा दादरी में लगाई जाएगी।
क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 22 सितंबर 2021 को दादरी में आए थे। दादरी सम्राट मिहिर भोज इंटर कॉलेज में योगी आदित्यनाथ ने मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण किया था। प्रतिमा का अनावरण करने से पहले भाजपा नेताओं ने प्रतिमा पर लिखे मिहिर भोज के नाम के आगे से गुर्जर शब्द हटा दिया था। किस बात को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि गुर्जर समाज के लोगों ने योगी आदित्यनाथ और भाजपा नेताओं का बहिष्कार करना शुरू कर दिया।
योगी आदित्यनाथ और भाजपा नेताओं के नाम पर कालिख पोती
इस मामले के बाद अखिल भारतीय गुर्जर परिषद के नेताओं ने सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा पर लिखें योगी आदित्यनाथ, दादरी विधायक तेजपाल नागर, राज्यसभा सांसद सुरेंद्र सिंह नागर और सांसद डॉ महेश शर्मा के नाम पर कालिख पोत दी थी। इस मामले में इन लोगों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ था। जिसमें पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
योगी आदित्यनाथ के सामने रखी यह मांग
कुछ दिनों पहले यह मामला शांत होता नजर आ रहा था लेकिन एक बार फिर इस मामले ने तूल पकड़ लिया है। राष्ट्रीय गुर्जर स्वाभिमान समिति का कहना है कि वह भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ आंदोलन करेंगे और आगामी विधानसभा चुनाव 2022 में भाजपा को गुर्जर समाज की ताकत दिखाएंगे। राष्ट्रीय गुर्जर स्वाभिमान समिति का कहना है कि अगर भारतीय जनता पार्टी इस आंदोलन को समाप्त करना चाहती है तो इसके लिए योगी आदित्यनाथ को पूरे देश के गुर्जर समाज से माफी मांगनी होगी और जेवर में बनने वाले नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम गुर्जर सम्राट मिहिर भोज के नाम पर रखना होगा।