Greater Noida : ग्रेटर नोएडा में 3 दिन पहले एक युवक पर स्कार्पियो सवार लोगों ने हमला किया। इस मामले को लेकर जिले में कुछ तथाकथित भारतीय जनता पार्टी के नेता गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट पर निशाना साध रहे हैं। साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ जहर उगला जा रहा है। दरअसल, एक बार फिर नए सिरे से गौतमबुद्ध नगर पुलिस की छवि खराब करने का प्रयास है। पहले हादसे का शिकार हुए युवक को भारतीय जनता पार्टी का बड़ा कद्दावर नेता बताया गया। सामने आया कि वह युवक तो भारतीय जनता पार्टी का सक्रिय सदस्य तक नहीं है। इतना ही नहीं युवक ने पिछले विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय लोकदल के प्रत्याशी अवतार सिंह भड़ाना का खुलेआम समर्थन और प्रचार किया है। सोशल मीडिया पर अवतार सिंह भड़ाना को समर्थन करने वाली तमाम पोस्ट देखी जा सकती हैं। यह मुद्दा पिट गया तो ब्राह्मणवाद का नारा दे दिया गया है। अब समाजवादी पार्टी से भारतीय जनता पार्टी में डेपुटेशन पर आए कुछ नेता ब्राह्मणवाद के जरिए गौतमबुद्ध नगर पुलिस और सरकार को बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं।
लोकसभा चुनाव से पहले जातिवाद का जहर घोलने की कोशिश
यह सारी कहानी 'खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे' वाली कहावत के इर्द-गिर्द घूम रही है। बीते विधानसभा चुनाव में जेवर सीट पर भाजपा भितरघात का शिकार हुई। भारतीय जनता पार्टी के सांसद डॉ.महेश शर्मा ने विधायक धीरेंद्र सिंह का विरोध करवाया। सांसद के चारों तरफ रहने वाले लोग खुलेआम भाजपा और जेवर के विधायक धीरेंद्र सिंह के खिलाफ बयान देते हैं। इस प्रकरण में भी सांसद के पूर्व प्रतिनिधि पंकज कौशिक और मौजूदा प्रतिनिधि सोनू वर्मा के वीडियो सोशल मीडिया पर आए हैं। जिसमें खुलेआम पंकज कौशिक भारतीय जनता पार्टी की खिलाफत करते हुए सुने और देखे जा सकते हैं। सवाल यह उठता है कि सांसद का प्रतिनिधि किस तरह सीधे तौर पर भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ अनैतिक बयानबाजी कर सकता है।
साजिश के तहत दिया जा रहा है ब्राह्मणवाद का नारा
लोगों का कहना है कि यह सबकुछ सांसद डॉ.महेश शर्मा की शह पर चल रहा है। दरअसल, श्रीकांत त्यागी प्रकरण में सांसद ने एक तीर से दो शिकार करने की कोशिश की थी। सीधे योगी आदित्यनाथ सरकार पर सवाल खड़े किए थे। गौतमबुद्ध नगर पुलिस को नकारा घोषित करने की कोशिश की थी। अब ठीक उसी तरह इस घटना पर भी पुलिस कमिश्नरेट और जेवर विधायक को निशाना बनाने का भरपूर प्रयास किया जा रहा है। इतना ही नहीं समाजवादी पार्टी से भारतीय जनता पार्टी में डेपुटेशन पर काम कर रहे नेता के घर रविवार को कथित तौर पर ब्राह्मण समाज की बैठक हुई और पुलिस कमिश्नरेट और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। अब कुछ नेताओं के माध्यम से एक बार फिर लोकसभा चुनाव से पहले ब्राह्मण बनाम दूसरी बिरादरी को खड़ा करने की कोशिश की जा रही है।
सांसद कहते हैं भाजपा को मां, उनके प्रतिनिधि उगल रहे जहर
गौतमबुद्ध नगर की राजनीति को बेहद करीब से देख रहे लोग कह रहे हैं कि लोकसभा चुनाव आने से पहले जिले को जातिगत वैमनस्यता की भट्टी में झोंकने का प्रयास चल रहा है। दरअसल, लोकसभा चुनाव में गौतमबुद्ध नगर के सांसद से पिछले 10 वर्षों का हिसाब-किताब जनता मांगेगी। ऐसे में उपलब्धि के नाम पर सिफर सांसद येन-केन-प्रकारेण लोगों का ध्यान भटका कर जातिवाद की तरफ ले जाना चाहते हैं। लोगों का कहना है कि महेश शर्मा जिस पार्टी के सांसद हैं और उसे अपनी मां कहते हैं, उनके प्रतिनिधि उसी पार्टी के खिलाफ खुलेआम जहर उगल रहे हैं।
कैलाश अस्पताल बने सरकार के खिलाफ साजिश का अड्डा
लोगों का कहना है कि कैलाश समूह के अस्पताल राजनीतिक साजिशों का अड्डा बने हुए हैं। ग्रेटर नोएडा के लखनावली गांव में ब्राह्मणवाद का नारा देकर भारतीय जनता पार्टी, उत्तर प्रदेश सरकार और पुलिस के खिलाफ पंचायत करने वाले तमाम लोगों का गठजोड़ रविवार को ग्रेटर नोएडा के कैलाश अस्पताल पहुंचा। अस्पताल में बैठकर पूरा घटनाक्रम तय किया गया। इसके बाद लखनावली गांव में पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की गई। राज्य सरकार के खिलाफ जमकर बयानबाजी हुई। यहां तक कहा गया कि अगर पुलिस ने हमलावरों पर जल्दी से जल्दी कार्रवाई नहीं की तो गौतमबुद्ध नगर का ब्राह्मण समाज ईंट से ईंट बजा देगा। इसके बाद यह सारे लोग वापस ग्रेटर नोएडा के कैलाश अस्पताल पहुंचे। पूरे घटनाक्रम की रिपोर्टिंग देने के बाद अपने-अपने घरों को वापस लौट गए। यह पूरी जानकारी देने वाले लोगों का कहना है कि कैलाश अस्पताल के मालिक सांसद महेश शर्मा हैं, वह रविवार की सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक करें।