गौतमबुद्ध नगर जिले के निवासियों के लिए बड़ी खबर है। इस साल के अंत में ग्रेटर नोएडा सीधे मुंबई शहर से जुड़ जाएगा। हालांकि, यह काम इस साल की शुरुआत में ही पूरा होना था, लेकिन केंद्रीय बजट में सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने घोषणा की है कि दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल रेलवे कॉरिडोर का काम दिसम्बर में पूरा होगा। दोनों शहरों के बीच की दूरी 1504 किलोमीटर होगी।
ईस्टर्न और वेस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसीसी) गौतम बुद्ध नगर जिले की सूरत बदलेंगे। सोमवार को प्रस्तुत किए गए बजट में केंद्र सरकार की इस महत्वाकांक्षी परियोजना को डेढ़ वर्ष में पूरा किए जाने की बात कही गई है। गौतम बुद्ध नगर जिले की सीमा में ईस्टर्न कॉरिडोर का काम इसी साल मार्च तक और वेस्टर्न कॉरिडोर का काम दिसंबर तक पूरा होने की उम्मीद है। दादरी- नोएडा-गाजियाबाद निवेश क्षेत्र को विकसित करने की योजना में इस कॉरिडोर की भी महत्वपूर्व भूमिका है।
केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ईस्टर्न और वेस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर है। इस परियोजना को पूरी करने की प्रतिबद्धता केंद्रीय बजट में भी दिखाई गई है। जनपद गौतम बुद्ध नगर इस परियोजना के लिए महत्वपूर्ण केंद्र है। वेस्टर्न कॉरिडोर का 17 किलोमीटर का हिस्सा इस जनपद में आता है। इस कॉरिडोर में हिंडन और यमुना नदी पर पुल बन गया है। इसके अलावा नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे और सूरजपुर-कासना रोड पर ओवर ब्रिज बनाने का काम चल रहा है। इसके अलावा 130 मीटर रोड पर फ्लाईओवर बन रहा है। इस परियोजना से जुड़े अफसरों ने बताया कि फ्लाईओवर, ओवरब्रिज और पुल बनने के बाद लाइन बिछाने का काम शुरू हो गया। रेलवे लाइन बिछाने का काम मशीन से किया जाएगा। अफसरों का दावा है कि इसी साल दिसंबर तक यह काम पूरा हो जाएगा।
जमीन के चलते अटका है काम
ईस्टर्न कॉरिडोर का दादरी-खुर्जा जंक्शन का कुछ हिस्सा इस जिले में आता है। खुर्जा से दादरी तक रेलवे लाइन तैयार है। केवल तीन गांव में 1.15 किलोमीटर के ट्रैक के निर्माण के लिए जमीन नहीं मिली है। यह मामला अदालत में विचाराधीन है। अदालत के आदेश के बाद काम पूरा होगा। मार्च, 2021 तक काम पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित है। इस कॉरिडोर में इस जिले में आठ आरओबी बनाए जा रहे हैं। संपर्क मार्ग के लिए प्रशासन को जमीन अधिग्रहण करनी है। जमीन मिलने के बाद यह काम शुरू कर दिया जाएगा।
फ्रेट कॉरिडोर के आसपास बसेगा नया शहर
ईस्टर्न और वेस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर दादरी व खुर्जा के बीच मिलेंगे। यही कारण है कि प्रदेश सरकार इसी के पास गौतम बुद्ध नगर और बुलंदशहर के 80 गांवों की जमीन लेकर नया शहर बसाने की योजना पर काम शुरू कर दिया है। दरअसल इस इलाके की कनेक्टिविटी बहुत अच्छी है। इस फ्रेट कॉरिडोर के अलावा जेवर एयरपोर्ट, दिल्ली-हावड़ा रेलवे लाइन, ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस वे, यमुना एक्सप्रेस वे व एनएच-91 इस इलाके की आवाजाही को और आसान करेंगे।
उद्योगों को मिलेगी प्राथमिकता
शासन ने गौतम बुद्ध नगर के 20 और बुलंदशहर के 60 गांवों की जमीन पर दादरी-नोएडा- गाजियाबाद निवेश क्षेत्र बसाने की तैयारी की है। यह शहर उद्योगों के लिहाज से बसाया जाएगा। औद्योगिक इकाइयां लगने से यहां रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। इस शहर को बसाने की जिम्मेदारी नोएडा प्राधिकरण को सौंपी गई है। इस पर काम करने के लिए नोएडा प्राधिकरण ने योजना तैयार करनी शुरू कर दी है।