Greater Noida News : आाखिरकार अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच टेस्ट मैच आधिकारिक तौर पर रद्द घोषित कर दिया गया। ग्रेटर नोएडा के खेल इतिहास के सबसे बड़ा मुकाबले में पांचों दिन टॉस तक नहीं हो सका। शुक्रवार को मैच के आखिरी दिन सुबह अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) ने मैच खत्म होने की औपचारिक घोषणा कर दी। ग्रेटर नोएडा के इतिहास का सबसे बड़ा खेल मुकाबला आखिरकार सबसे बड़ा फ्लॉप शो साबित हो ही गया। इसका अंदेशा मैच शुरू होने से पहले ही जताया गया था। ACB ने अपने बयान में कहा, इस मुकाबले की काफी प्रतीक्षा की जा रही थी, लेकिन ग्रेटर नोएडा में लगातार बारिश की वजह से यह एक भी गेंद फेंके बिना खत्म हो गया। न्यूजीलैंड के साथ हमारा पहला मुकाबला उम्मीदों के मुताबित नहीं रहा। उम्मीद हैं हम ब्लैक कैप्स के साथ भविष्य में द्विपक्षीय सीरीज खेलेंगे।
कल ही बता दिया था ऐसा होगा
ट्राईसिटी टुडे में अपनी एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में कल ही बता दिया था कि मैच के भविष्य का फैसला गुरुवार को ही हो गया था। शुक्रवार सुबह सिर्फ इसकी औपचारिक घोषणा की जाएगी। कल दिन भर बारिश के बाद दोनों टीमों के प्रबंधन ने आपस में बाचतीत के बाद यह फैसला कर लिया था। हालांकि अफगान बोर्ड चाहता था कि आखिरी दिन कम से कम कुछ ओवर का एक प्रदर्शनी मैच ही खेल लिया जाए, लेकिन न्यूजीलैंड बोर्ड मैदान की स्थिति को देखते हुए जोखिम लेने की स्थिति में नहीं था।
श्रीलंका रवाना होगी न्यूजीलैंड टीम
न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने कहा, अफगानिस्तान के साथ एक टेस्ट मैच अब आधिकारिक रूप से रद्द हो चुका है। नोएडा (ग्रेटर नोएडा) में पांचवें दिन भी बारिश के बाद यह फैसला लिया गया। हमारी टेस्ट टीम अब दो टेस्ट मैच खेलने के लिए श्रीलंका के लिए रवाना होगी। यह सीरीज वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा होगा।
91 साल के भारतीय इतिहास में पहली बार ऐसा मैच
भारतीय टेस्ट क्रिकेट के 91 साल के इतिहास में कभी नहीं हुआ था। यह भारतीय धरती पर पहला ऐसा टेस्ट मैच है जो एक भी गेंद खेले फेंके बिना रद्द हुआ। एशिया में भी कोई ऐसा मैच नहीं हुआ जो बारिश की वजह से बिना एक भी गेंद फेंके ड्रॉ हुआ हो। पाकिस्तान के फैसलाबाद में दिसंबर 1998 में पिछला टेस्ट मैच बिना मैदान पर उतरे खत्म हो गया था, लेकिन यह कोहरे की वजह से हुआ था। भारत की सरजमीं पर 1933 में टेस्ट सफर शुरू हुआ तब से भारत की मेजबानी में 292 टेस्ट खेले, लेकिन ऐसा वाकया पहली बार हुआ। 147 साल के टेस्ट इतिहास का यह आठवां मुकाबला रहा जो बिना गेंद फेंके अंजाम तक पहुंचा। 26 साल पहले आखिरी मुकाबला था जो ऐसे हालात में खत्म हुआ।