ग्रेटर नोएडा में सम्मेलन: 15 सितंबर को 'ब्रह्म एकता दिवस' मनाया जाएगा, ब्राह्मण महासभा ने शुरू की तैयारी

Tricity Today | ब्राह्मण महासभा ने शुरू की तैयारी



Greater Noida News : शुक्रवार को दादरी के स्प्रिंग डेल पब्लिक स्कूल में अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा की एक महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता जिले के कार्यकारी अध्यक्ष उमेश पंडित खैरपुर ने की। मुख्य अतिथि के रूप में अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के प्रदेश अध्यक्ष पीतांबर शर्मा उपस्थित रहे।

भगवान परशुराम के स्मरण के साथ शुरुआत
कार्यक्रम की शुरुआत भगवान परशुराम के स्मरण के साथ हुई। इसके बाद जिला महिला अध्यक्ष निधि शर्मा एडवोकेट और जेवर क्षेत्र के अध्यक्ष हरीश शर्मा बनवारीपुर ने प्रदेश अध्यक्ष पीतांबर शर्मा को पगड़ी पहनाकर और मिठाई खिलाकर उनका जन्मदिन मनाया। बैठक का मुख्य फोकस आगामी 15 सितंबर को खुर्जा में होने वाले 'ब्रह्म एकता दिवस' पर रहा। इस कार्यक्रम को बड़े पैमाने पर मनाने की योजना बनाई गई है। गौतम बुद्ध नगर जिले से कम से कम 500 लोगों के भाग लेने का लक्ष्य रखा गया है।

ब्राह्मण समुदाय की महत्वपूर्ण मांगें रखी जाएंगी
प्रदेश अध्यक्ष पीतांबर शर्मा ने बताया कि इस कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल और केंद्र सरकार के कई मंत्रियों को आमंत्रित किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि कोशिश की जाएगी कि अधिक से अधिक मंत्री, विधायक और राज्यपाल इस कार्यक्रम में शामिल हों। इस अवसर पर ब्राह्मण समुदाय की कई महत्वपूर्ण मांगें रखी जाएंगी, जिनमें ब्राह्मण कल्याण बोर्ड की स्थापना और आर्थिक रूप से कमजोर ब्राह्मणों के लिए आरक्षण की मांग शामिल हैं।

कार्यक्रम में  कई गणमान्य मौजूद रहे 
कार्यक्रम में प्रदेश महामंत्री परमानंद शर्मा, नगर अध्यक्ष मांगेराम शर्मा, नगर महामंत्री रतन वीर शर्मा, जिला महामंत्री रामकुमार शर्मा और मंडल सचिव सत्य प्रकाश शर्मा सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। दादरी नगर पालिका की अध्यक्ष गीता पंडित भी अपने सहयोगियों के साथ कार्यक्रम में शामिल हुईं। अन्य प्रमुख उपस्थितियों में मास्टर डालचंद शर्मा, मास्टर डीके शर्मा, रामेश्वर शर्मा, संजय शर्मा, राजवीर शर्मा, मुकेश शर्मा, सुमित शर्मा, धर्मपाल शर्मा और आरती शर्मा शामिल थे।

ब्राह्मण समुदाय के लिए बड़ा कदम
कार्यक्रम का सफल आयोजन मंडल के सचिव सत्य प्रकाश शर्मा द्वारा किया गया। यह बैठक ब्राह्मण समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जिसमें समुदाय की एकता और शक्ति प्रदर्शन पर जोर दिया गया। आने वाले दिनों में 15 सितंबर के कार्यक्रम को लेकर और अधिक गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस कार्यक्रम का राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर क्या प्रभाव पड़ेगा और सरकार ब्राह्मण समुदाय की मांगों पर कैसी प्रतिक्रिया देती है। 

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