Greater Noida BREAKING : 'ट्राईसिटी टुडे' की खबर पर फिर गरजा प्राधिकरण का बुलडोजर, तुस्याना गांव में 62 करोड़ रुपए की जमीन कब्जामुक्त

Tricity Today | तुस्याना गांव में चला प्राधिकरण का बुलडोज



Greater Noida News : एक बार फिर 'ट्राईसिटी टुडे' की खबर का असर हुआ है। बुधवार को  'ट्राईसिटी टुडे' ने मुद्दा उठाया था कि तुस्याना गांव में करोड़ों रुपए की जमीन पर अवैध अतिक्रमण हुआ है। जिसके बाद गुरुवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने तुस्याना गांव में कार्रवाई करते हुए 31 हजार वर्ग मीटर जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त करवाया है। इसकी कीमत करीब 62 करोड़ रुपए आंकी गई है।  'ट्राईसिटी टुडे' की खबर पर एक बार फिर प्राधिकरण का बुलडोजर गरजा है।

सुबह 9:00 बजे गांव में पहुंची फाॅर्स
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ व मेरठ मंडल आयुक्त सुरेन्द्र सिंह के निर्देश पर ओएसडी सौम्य श्रीवास्तव के नेतृत्व में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की टीम सुबह 9:00 बजे तुस्याना गांव पहुंच गई। तुस्याना गांव के खसरा नंबर 1007, 967, 992, 985 और 984 की जमीन पर अवैध कालोनी काटी जा रही थी। प्राधिकरण की छह जेसीबी ने अतिक्रमण को ध्वस्त करना शुरू किया। लगभग तीन घंटे तक चली कार्रवाई में 31 हजार वर्ग मीटर जमीन से अतिक्रमण हटा दिया। इस दौरान भारी पुलिस बल की मौजूदगी में महाप्रबंधक प्रोजेक्ट एके अरोड़ा, उप महाप्रबंधक प्रोजेक्ट केआर वर्मा, वरिष्ठ प्रबंधक एनके जैन, प्रबंधक चेतराम, सहायक प्रबंधक राम किशन और इकोटेक थ्री के पुलिस निरीक्षक अजय कुमार आदि मौजूद रहे। 

मुक्त कराई गई जमीन की कीमत 62 करोड़ रुपए  
अतिक्रमण से मुक्त कराई गई जमीन की कीमत 62 करोड़ रुपए  आंकी गई है। केआर वर्मा ने मौके पर ही दोबारा जमीन कब्जाने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ व मेरठ मंडल कमिश्रनर  सुरेन्द्र सिंह ने कहा है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिसूचित एरिया में अवैध रूप से जमीन कब्जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। 

क्या है मामला
बुधवार को आपके पसंदीदा न्यूज़ वेबपोर्टल 'ट्राईसिटी टुडे' ने एक खबर प्रकाशित की थी। दरअसल, ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण क्षेत्र के गांव तुसयाना में वर्ष 2014 से लेकर 2017 तक भूमाफियाओं के गठजोड़ ने सरकारी जमीन हड़प ली। करीब 100 एकड़ जमीन कुछ स्थानीय लोगों की मिलीभगत से अपने नाम कर ली गई। इसमें राजस्व विभाग के कर्मचारी शामिल रहे। ग्राम पंचायत से ताल्लुक रखने वाले पदाधिकारी भी इस घोटाले में शामिल बताए जा रहे हैं। इसके बाद जमीन ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण को बेच दी गई। प्राधिकरण से करीब 100 करोड रुपए मुआवजा ले लिया गया।

ग्रामीणों की शिकायत पर हुआ खुलासा
कुछ ग्रामीणों ने वर्ष 2018 के आखिर में तत्कालीन जिलाधिकारी बीएन सिंह से इस मामले की शिकायत की। बताया कि भूमाफिया ने सरकारी जमीन का मुआवजा अथॉरिटी से उठाया है। जिलाधिकारी ने मामले में जांच का आदेश दिया। जांच रिपोर्ट में ग्रामीणों की शिकायतों को सही पाया गया है। वर्ष 2019 में तत्कालीन जिलाधिकारी ने रिपोर्ट शासन को कार्यवाही के लिए भेजी थी। अब इस मामले में शासन ने एक हाईपावर कमेटी का गठन किया है। 

रेवेन्यू बोर्ड के चेयरमैन की अध्यक्षता में बनी जांच समिति
राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव सुधीर गर्ग ने बताया कि गौतमबुद्ध नगर जिले की दादरी तहसील के गांव तुस्याना में खाता संख्या 1104, 480, 1106 और 1105 में सरकारी भूमि निहित थी। इस सरकारी भूमि को भूमाफियाओं ने हड़प लिया और ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण से 100 करोड़ रुपए का मुआवजा उठाया गया है। इस मामले में राजस्व परिषद के अध्यक्ष संजीव कुमार मित्तल की अध्यक्षता में एक हाईपावर जांच समिति गठित की गई है। मेरठ के मंडलायुक्त और ग्रेटर नोएडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुरेंद्र कुमार सिंह व मेरठ के अपर पुलिस महानिदेशक राजीव सब्बरवाल को समिति का सदस्य बनाया गया था।

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