Greater Noida : दिल्ली मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर परियोजना का मुआवजा उठाने के बावजूद अतिक्रमण ने हटाने वाले किसानों पर जिला प्रशासन ने सख्ती की है। ये सभी लोग डीएमआईसी परियोजना के तहत अपनी जमीन का मुआवजा ले चुके थे। प्रशासन के जमीन खाली करने के नोटिस के बावजूद भी निर्माण कार्य को ध्वस्त नहीं किया जा रहा था। जिसके बाद जिला प्रशासन ने बोड़ाकी गांव में सख्ती बरतते हुए निर्माण कार्य को बुलडोजर से ध्वस्त करा दिया है। साथ ही अन्य किसानों को जल्द ही प्राधिकरण की जमीन से अतिक्रमण हटाने की चेतावनी दी है। प्रशासन की कार्रवाई के दौरान किसान काफी गुस्से में रहे, मगर फोर्स की मौजूदगी के कारण विरोध नहीं कर सके।
दिल्ली मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का बोड़ाकी गांव में मुख्य कार्यालय बन रहा है। इस क्षेत्र को पूरी परियोजना का केंद्र माना जा रहा है। जिसके लिए प्राधिकरण कई वर्ष पहले ही बोड़ाकी सहित आसपास के गांव की जमीन खरीद चुका है। इस परियोजना से प्रभावित किसान अपनी जमीन का मुआवजा उठा चुके है।
शनिवार को एसीपी नितिन सिंह ने सख्ती के साथ अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया। दादरी एसडीएम अशोक कुमार गुप्ता के मुताबिक किसान मुआवजा उठाने के कई साल बाद भी जमीन को खाली नहीं कर रहे हैं। जिससे परियोजना का कार्य लंबित पड़ा हुआ है। किसानों ने जमीन पर अतिक्रमण कर लिया है। शनिवार को फोर्स की मौजूदगी में इस प्रकार के अतिक्रमण को हटाया गया। ऐसा करने वाले अन्य किसानों को भी जल्द ही जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए कहा गया है। इस संबंध में किसानों को पूर्व में भी कई बार नोटिस दिए जा चुके हैं।