ग्रेटर नोएडा में अजीबोगरीब मामला : जय श्री राम के नारे लगाने पर 11वीं के छात्र को स्कूल से निकाला, पीड़ित ने योगी आदित्यनाथ और पुलिस को लिखी चिट्ठी

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Greater Noida News : शहर में एक अजीबोगरीब मामला देखने को मिला है। जहां पर एक पीड़ित ने आरोप लगाया है कि स्कूल में "जय श्रीराम" के नारे लगाने पर स्कूल प्रिंसिपल ने उनके बच्चे को स्कूल से निकाल दिया। इतना ही नहीं पीटीआई ने उनके बच्चे के साथ मारपीट भी की है। जिसकी वजह से उनका बच्चा बुरी तरीके से भयभीत है और तनाव में चला गया है। पीड़ित छात्र के पिता ने इस मामले की पूरी शिकायत पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्ध नगर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश शिक्षा मंत्री, जिलाधिकारी गौतमबुद्ध नगर और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष की है। पीड़ित व्यक्ति दादरी का रहने वाला है।

क्या है पूरा मामला, पीड़ित परिवार ने पुलिस कमिश्नर को लिखी चिट्ठी 
दीपक शर्मा ने पुलिस कमिश्नर से शिकायत करते हुए कहा, "मेरा 15 साल का बेटा लक्ष्य शर्मा सेंथुड कॉन्वेंट स्कूल विद्यानगर में पढ़ाई करता है। वह कॉमर्स 11वीं क्लास का छात्र है। बीते 14 अगस्त को मेरे बेटा अपनी कक्षा में पढ़कर रहा था। इस दौरान अन्य कक्षाओं से "जय श्री राम" के नारे का शोर सुनाई दिया। इसको सुनकर मेरे बेटे ने भी "जय श्री राम" के नारे लगाना शुरू कर दिया। इतनी सी बात पर पीटीआई यतीश और अन्य महिला टीचरों ने मेरे बेटे लक्ष्य को क्लास से बाहर निकाल दिया। जहां पर मेरे बेटे से यतीश और महिला अध्यापकों ने कहा कि "क्या बात है, तू बड़ा राम भक्त हो गया है।" लेकिन इतना सुनने के बावजूद भी मेरे बेटे ने कुछ नहीं कहा। यह बात यतीश को अच्छी नहीं लगी और उसने मेरे बेटे को लात-घूसों से पीटना शुरू कर दिया। जिसमें मेरा बेटा घायल हो गया और भयभीत है। स्कूल की छुट्टी होने पर छात्र को स्कूल लेने पहुंचे उसके चाचा विक्रांत शर्मा ने गुमशुम देखा तो कारण पूछा। इसके बाद पीड़ित बच्चे ने पूरी बात अपने चाचा को बता दी। इसकी शिकायत लेकर मेरा भाई विक्रांत शर्मा प्रिंसिपल आशा शर्मा के पास पहुंचा, लेकिन उन्होंने एक नहीं सुनी। उल्टा प्रिंसिपल दफ्तर से भगा दिया।

प्रिंसिपल से छात्र को स्कूल से निकाला
दीपक शर्मा ने आगे लिखा, "घर आने के बाद मेरे बेटे लक्ष्य शर्मा ने अपने आपको कमरे में बंद कर लिया। घर वालों की काफी समझाने के बाद मेरे बेटे ने दरवाजा खोला और इसकी शिकायत दोबारा घरवालों से की। परिजन पूरे मामले की शिकायत लेकर दोबारा से प्रिंसिपल आशीष शर्मा के पास पहुंचे, लेकिन इस पर प्रिंसिपल ने कुछ नहीं कहा। पीटीआई टीचर को बुलाकर उल्टा हमको ही दोषी बताया। जब हमने इसका विरोध किया तो प्रिंसिपल आशा शर्मा ने हमसे कहा कि अब तुम्हारा बच्चा इस स्कूल में नहीं पड़ेगा। चाहे फिर कुछ भी हो जाए।"

"क्या जय श्रीराम के नारे लगाना पाप है"
दीपक शर्मा का आरोप है कि स्कूल प्रिंसिपल आशा शर्मा ने उनके बेटे लक्ष्य शर्मा को स्कूल से निकाल दिया है। जिसकी वजह से उनका बेटा तनाव में चला गया है। वह बुरी तरीके से भयभीत है। पीड़ित ने आगे आरोप लगाते हुए कहा कि क्या जय श्रीराम के नारे लगाना इतना बड़ा पाप हो गया है कि किसी बच्चे को स्कूल से निकाल दिया जाए। इस मामले में पीड़ित परिवार ने पुलिस से मदद की गुहार लगाई है। इस मामले में अगर स्कूल की तरफ से बयान आता है तो अपडेट कर दिया जाएगा। फिलहाल स्कूल से कोई संपर्क नहीं हो पाया है। वहीं, इस मामले में जिला विद्यालय निरीक्षक धर्मवीर का कहना है कि अभी तक उनको कोई ऐसी चिट्ठी नहीं मिली है। मामला संज्ञान में आने के बाद जांच की जाएगी।

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