बड़ी खबर : दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर और कॉन्स्टेबल करते थे अनिल दुजाना के लिए काम, यूपी एसटीएफ ने किया खुलासा

Tricity Today | अनिल दुजाना



Greater Noida News : बीते 4 मई 2023 को अनिल दुजाना मुठभेड़ के दौरान ढेर हो गया। यूपी एसटीएफ ने मेरठ में अनिल दुजाना का एनकाउंटर किया। अब उसके गैंग के सदस्यों के बारे में छानबीन की जा रही है। अभी तक की जांच में यूपी एसटीएफ को पता चला है कि दिल्ली पुलिस में तैनात एक इंस्पेक्टर और कॉन्स्टेबल अनिल दुजाना के लिए काम करते थे। इसकी रिपोर्ट यूपी एसटीएफ की टीम ने दिल्ली पुलिस को भेज दी है। जिसके बाद अब दिल्ली पुलिस आगे का एक्शन लेगी।

करीब 250 लोग लोग अनिल का धंधा संभालते थे
वैसे तो यूपी एसटीएफ ने अभी तक काफी बड़े-बड़े खुलासे किए हैं। यह भी पता चल गया है कि उसके साथियों ने अनिल दुजाना के लिए 150 करोड़ रुपए की संपत्ति अर्जित की थी। अनिल दुजाना का एक मोबाइल फोन भी यूपी एसटीएफ टीम को बरामद हुआ है। जिसमें करीब 40 कांटेक्ट नंबर है। अभी तक की छानबीन में यह पता चला है कि दिल्ली-एनसीआर और वेस्ट यूपी के करीब 250 लोग अनिल दुजाना का काला धंधा संभालते थे। 

अनिल दुजाना इस तरह कर रहा था गैंग ऑपरेट
यूपी एसटीएफ ने बताया कि अनिल दुजाना एक शातिर किस्म का अपराधी था, जो अपने गैंग के सदस्यों की रंजिश और उनके आर्थिक लाभ को ध्यान में रखकर अपना गैंग चलाता था। लगातार गैंग में नए सदस्य जोड़ता रहता था। दूसरे गैंग के साथ मिलकर भी अपराध करता था। अपने प्रतिद्वंदी और आर्थिक लाभ के लिए नृशंस हत्याएं करवाता था। अनिल दुजाना का जुड़ाव रणदीप भाटी रिठौरी गैंग से है। साथ ही मुकीम काला गैंग से भी अनिल दुजाना की घनिष्ठता है। शुरुआती दौर में अनिल दुजाना, रणदीप भाटी गैंग के लिए हत्या करता था, लेकिन बाद में उसने अपना मजबूत गैंग बना लिया था।

इन लोगों से उसे मिल रही थी मदद
यूपी एसटीएफ ने बताया कि अनिल दुजाना विवादित संपत्तियों के विवादों में धन वसूली करता था। जिसमें शहजाद मामा और चंद्रपाल बंबावड़ उसके सहयोगी थे। यह लोग विवादित संपत्तियों से जुड़ी पार्टियों की मुलाकात अनिल दुजाना से करवाते थे। फिलहाल शहजाद मामा से पैसे के बंटवारे को लेकर अनिल दुजाना की नाराजगी चल रही थी। इसी तरह बादलपुर कस्बे में अनिल दुजाना के लिए तहबाजारी की वसूली बिल्लू दुजाना करता था। इस पैसे की बेईमानी को लेकर अनिल दुजाना से बिल्लू की अनबन हो गई। एसटीएफ के मुताबिक सिकंदराबाद में एक विवादित संपत्ति को लेकर खिज्जू ने अनिल दुजाना को पैसे नहीं दिए। इस पर तेजू और अनिल दुजाना के बीच भी अनबन हो गई। फिलहाल अनिल दुजाना का काम उसका भाई मेनपाल, बबलू दुजाना, चंद्रपाल बंबावड़, हरेंद्र प्रधान, शालू, सुनील दुजाना, अनिल दुजाना, कुलदीप नागर देख रहे हैं। यूपी एसटीएफ ने एक वकील को भी गैंग के लिए पैसों के लेनदेन और पैरोकारी में शामिल बताया है।
 

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