Tricity Today | धीरेंद्र सिंह ने मिले ग्रेटर नोएडा के अभिभावक
Greater Noida : ग्रेटर नोएडा अभिभावकों ने गौतमबुद्ध नगर की जेवर विधानसभा सीट से विधायक धीरेंद्र सिंह से मुलाकात की है। इस दौरान अभिभावकों ने कहा कि हाईकोर्ट का आदेश आ गया, लेकिन 15% फीस वापस नहीं लौट आई जा रही है। जिलाधिकारी और शिक्षा विभाग तो दूर की बात, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा आदेश जारी करने के बावजूद भी शिक्षा माफिया अभिभावकों का पैसा नहीं लौटा रहे हैं। ऐसे में जिले के अभिभावकों ने धीरेंद्र सिंह से मदद की गुहार लगाई है। अभिभावकों ने धीरेंद्र सिंह को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि अब केवल आपसे ही उम्मीद बची है।
केवल खानापूर्ति करने का प्रयास
एनसीआर पेरेंट्स एसोसिएशन के संस्थापक सुखपाल सिंह तूर ने बताया कि निजी स्कूलों द्वारा उच्च न्यायालय, उत्तर प्रदेश शासनादेश और गौतमबुद्ध नगर जिलाधिकारी के द्वारा जारी फीस वापसी के आदेशों का अनुपालन नहीं किया जा रहा है। ज्ञापन में निजी स्कूलों की शिकायत के साथ गौतमबुद्ध नगर जिलाधिकारी और जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा मामले में टाल मटोल रवैये और महज खानापूर्ति करने की शिकायत किया गया है।
24 अप्रैल 2023 को लगा जुर्माना
सुखपाल सिंह ने आगे बताया कि निजी विद्यालयों द्वारा उच्च न्यायलय के आदेश और शासनादेश का अनुपालन ना करने की स्थिति में जिला शुल्क नियामक कमिटी (DFRC) के अध्यक्ष गौतमबुद्ध नगर जिलाधिकारी द्वारा दिनांक 24 अप्रैल 2023 को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जिले के 100 से अधिक निजी विद्यालयों पर एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया था, लेकिन DIOS द्वारा आज तक उन विद्यालयों के नाम सार्वजानिक नहीं किए गए और ना ही DM कार्यालय या DIOS कार्यालय के नोटिस बोर्ड पर चस्पा किया गया।
लगातार दे रहे शिकायत, लेकिन कोई एक्शन नहीं
24 अप्रैल 2023 को अर्थदण्ड अधिरोपित करने के बाद DIOS महोदय द्वारा प्रेस को बताया गया कि कई विद्यालयों ने फीस समायोजित कर दिया है, लेकिन किन विद्यालयों ने आदेश का पालन किया और किन विद्यालयों ने नहीं यह लिस्ट सार्वजनिक नहीं है। दूसरी ओर अभिभावकों लगातार विद्यालयों द्वारा फीस समायोजित ना करने की शिकायत कर रहे हैं।
डीएम और शिक्षा विभाग से सवाल
ज्ञापन के माध्यम से गौतमबुद्ध नगर जिलाधिकारी और जिला विद्यालय निरीक्षक के कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई गई है। उच्च न्यायलय द्वारा 06 जनवरी 2023 को पारित आदेश में 60 दिन के अंदर स्कूलों को आदेश का अनुपालन करने के लिए कहा गया था, लेकिन 60 दिन के बदले 120 दिन हो गए। फिर भी आदेश का अनुपालन क्यों नहीं करवाया जा रहा? आखिर क्या बात है कि DM और DIOS महोदय द्वारा जिन स्कूलों पर अर्थदण्ड अधिरोपित किया गया। उसकी लिस्ट सार्वजानिक नहीं किया जा रहा? जिन स्कूलों ने फीस वापसी आदेश का अनुपालन कर अनुपालन आख्या DM या DIOS कार्यालय को उपलब्ध कराया है। उनकी सूचि सार्वजनिक करने में ऐतराज क्यों? क्यों ये सभी स्कूलों की सूचि आधिकारिक वेबसाइट पर साझा नहीं किया जा रहा?
मौके पर यह लोग मौजूद रहे
ज्ञापन देते समय एनसीआर पेरेंट्स एसोसिएशन के संस्थापक सुखपाल सिंह तूर, नेफोवा अध्यक्ष अभिषेक कुमार, मनीष कुमार, दीपांकर कुमार, हिमांशु, मनीष त्रिपाठी, दिनकर पांडेय, मिहिर गौतम, पुनीत चौहान और नीरज श्रीवास्तव समेत काफी संख्या में अभिभावक मौजूद रहे।