अच्छी खबर : ग्रेटर नोएडा जिम्स में डायबिटिक क्लिनिक फिर शुरू, ब्लैक फंगस के इलाज में मिलेगी मदद

Google Image | ग्रेटर नोएडा जिम्स में डायबिटिक क्लिनिक फिर शुरू



गवर्नमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (जिम्स) ग्रेटर नोएडा में डायबिटिक क्लिनिक फिर से शुरू हो गया है। इससे डायबिटिक मरीजों के इलाज में मदद मिलेगी। दरअसल कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान बेतहाशा मरीजों की बढ़ोत्तरी के चलते जिम्स को डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल घोषित किया था। अब कोरोना वायरस का कहर कम हुआ है। पिछले हफ्ते से मरीजों की संख्या में भारी कमी आई है। धीरे-धीरे नॉन-कोविड स्वास्थ्य सेवाएं फिर से बहाल हो रही हैं। जिम्स के निदेशक डॉ राकेश गुप्ता ने इस बारे में जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि गवर्नमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (जीआईएमएस), ग्रेटर नोएडा एक स्वायत्त शीर्ष चिकित्सा संस्थान है। यह साल 2016 से गौतमबुद्ध नगर के निवासियों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करा रहा है। कोरोना वायरस महामारी की चल रही दूसरी लहर के दौरान अस्पताल कोरोना मरीजों के लिए समर्पित था। ओपीडी और दूसरी सेवाएं बंद थीं। इस दौरान कोरोना की चपेट में आच चुके रोगियों में ब्लैक फंगस जैसी गंभीर बीमारी घर कर रही है। 

ब्लैक फंगस के डेटा के विश्लेषण में पाया गया कि अनियंत्रित डायबिटिज इस बीमारी के लिए आसान राह है। इसलिए GIMS ने रक्त ग्लूकोज प्रबंधन और बेहतर स्वास्थ्य परिणाम के लिए बीते 1 जून से अपनी डायबिटिक क्लिनिक सेवा फिर से शुरू कर दी है। डायबिटिक क्लिनिक सोमवार से शुक्रवार दोपहर 12 बजे से दोपहर 3 बजे तक प्रो सौरभ श्रीवास्तव, एचओडी मेडिसिन और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जीआईएमएस की देखरेख में संचालित किया जा रहा है।

सभी प्रकार के इंसुलिन थेरेपी और मौखिक मधुमेह विरोधी दवाएं मुफ्त प्रदान की जा रही हैं। रोगियों को डायबिटिक मरीजों की अच्छी तरह देखभाल, प्रशिक्षित शिक्षक द्वारा स्वास्थ्य शिक्षा, आहार विशेषज्ञ द्वारा आहार संबंधी सलाह के संबंध में विशेषज्ञ सलाह दी जाएगी। जिम्स के इस प्रयास से गौतमबुद्ध नगर के डायबिटिक रोगियों में ब्लैक फंगस की रोकथाम में काफी मदद मिलेगी। यूपी सरकार ने भी सरकारी अस्पतालों में 4 जून से ओपीडी सेवाएं चालू करने का आदेश जारी किया था।

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