ग्रेटर नोएडा : दुजाना गांव दूसरी लहर में गंवा चुके अपनों की यादें संजोएगा, हर मृतक के नाम से पौधा लगाया, ग्रामीण बोले- ‘बच्चों की तरह ख्याल रखेंगे’

Tricity Today | हर मृतक के नाम से पौधा लगाया



विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर गौतमबुद्ध नगर के दुजाना गांव में एक खास पहल शुरू की गई है। ‘उम्मीद’ संस्था ने दुजाना में कोरोना से असमय दुनिया को अलविदा करने वाली दिवंगत आत्माओं के नाम से पौधारोपण कर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी है। संस्था ने सभी उपस्थित लोगों को पौधों के रखरखाव की जिम्मेदारी सौंपी। वायरस महामारी की दूसरी लहर में दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए दो मिनट का मौन धारण कर उन्हें विदा किया गया। 

अपनों की याद दिलाते रहेंगे पेड़
उम्मीद संस्था के अध्यक्ष डॉ देवेंद्र कुमार नागर ने बताया कि जिन परिजनों ने कोरोना संक्रमण के कारण अपनों को खोया है, उनसे मिलकर दिवंगत आत्माओं के नाम से पौधरोपण कर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी गई। परिवार के लोगों ने उन पौधों की देखरेख का जिम्मा उठाया है। वे इनका अपने बच्चों की तरह ख्याल रखेंगे। भविष्य में भी उनके नाम से अधिक से अधिक पौधारोपण करने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा, संसार में रहते हुए वे लोग समाज और राष्ट्र के हित में सोचते थे। अब उनके नाम का ये पौधे लोगों को शुद्ध वायु, फल और दूसरे तरह से फायदा पहुंचाएंगे। 

पांच पौधे लगाकर प्रकृति का कर्ज उतारें
संस्था के संरक्षक मास्टर ब्रह्म सिंह नागर ने कहा, हमें अपने जीवन काल के प्रत्येक वर्ष में एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए। बच्चे के जन्म पर उसके नाम से एक पौधा जरूर लगाएं। भारतीय किसान यूनियन अंबावता के तहसील अध्यक्ष राजकुमार ने कहा कि कोरोना ने हमें ऑक्सीजन का महत्व बहुत अच्छे से सिखा दिया है। इसलिए जो लोग कोरोना से ठीक होकर अपने घर आ गए हैं, वह पांच पौधे लगाकर प्रकृति का कर्ज उतारें। 

38 ग्रामीणों की गई जान
पौधारोपण के वक्त डॉ श्याम सिंह, जयपाल सिंह, मास्टर ब्रह्म सिंह, अजीत, ऋषि पाल, अजब सिंह, नंदकिशोर, राजकुमार रूपबास, सतीश आजाद नागर,  विनोद नागर आदि लोग उपस्थित रहे। संस्था की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान दुजाना गांव में 38 लोगों की जान गई है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है कि सारी मौतें कोरोना वायरस संक्रमण से ही हुई हैं। 

संस्था की तरफ से जारी लिस्ट के मुताबिक दुजाना गांव के इन निवासियों का देहांत हुआ है –
मृतक का नाम                    मृत्यु की तिथि
  1. विकास -                                8 मई
  2. विजयपाल -                            7 मई
  3. दर्शन -                                  3 मई
  4. बदलू -                                  27 अप्रैल
  5. राजकुमार उर्फ पप्पू -              29 अप्रैल
  6. फिरे ठेकेदार -                        29 अप्रैल
  7. बिज्जन मामचंद -                     1 मई
  8. सुमंत्रा पांचाल (सूबेदार बलराम) -1 मई
  9. राजे जाटव -                            1 मई
  10. महरचन्धी (बूटी) -                     3 मई
  11. ज्ञानवती (प्रेमसिंह सूबेदार) -       7 मई
  12. सावित्री (महेश) -                      8 मई
  13. रणवीर मैनेजर -                       7 मई
  14. सरोज शर्मा (सतीश शर्मा) -        6 मई
  15. हरवीरी देवी -                          1 मई
  16. रेनू (विक्रम) -                           9 मई
  17. पेमराज सूबेदार -                      9 मई    
  18. अजीत मैनेजर -                        9 मई
  19. सुभाष (ब्रह्म सिंह) -                   10 मई
  20. पेमराज सिंह -                           9 मई
  21. राम सिंह -                                11 मई
  22. मंगल सिंह -                                 3 मई
  23. संजीव भूप सिंह -                           4 मई
  24. चंदा -                                          5 मई
  25. पेमी -                                          9 मई
  26. किरपाली देवी (धीरज हवलदार) -      28 अप्रैल
  27. असगरी (जमालू) -                           15 मई
  28. जसवंती (सोरन) -                            16 मई
  29. बाबा रणसिंह -                               16 मई
  30. चंदनिया (डूंगर जाटव) -                    17 मई
  31. जिले सिंह -                                      20 मई
  32. सूरज दिनेश -                                   21 मई
  33. नेहा भुरू -                                       23 मई
  34. प्रीतम सौरभ
  35. कयूम पुत्र अजमू -                              24 मई
  36. पुष्पा चरण सिंह सेबा -                         24 मई
  37. देवेंद्र राजवीर बिसपट्टिया -                   24 मई
  38. बब्ली पुत्र रामफल -                             28 मई

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