फिर सवालों में घिरे एल्विश यादव : HIBOX ऐप से 500 करोड़ की धोखाधड़ी, पुलिस ने कहा- पूछताछ के लिए आओ

Google Photo | एल्विश यादव



Greater Noida News : दिल्ली पुलिस ने मशहूर यूट्यूबर एल्विश यादव की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। एल्विश यादव को HIBOX ऐप से जुड़े एक बड़े धोखाधड़ी मामले में पूछताछ के लिए बुलाया गया है। यह मामला करीब 500 करोड़ रुपये की ठगी से जुड़ा है, जिसमें हजारों निवेशकों को गारंटेड रिटर्न का लालच देकर ठगा गया। दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने इस मामले में बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने इस घोटाले के मास्टरमाइंड शिवराम को गिरफ्तार किया। उसके चार बैंक खातों में जमा 18 करोड़ रुपये सीज किए गए।

सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स के खिलाफ नोटिस जारी
दिल्ली पुलिस ने इस धोखाधड़ी में शामिल सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और यूट्यूबर्स को भी नोटिस जारी किए हैं। आरोप है कि इन इन्फ्लुएंसर्स ने HIBOX ऐप को प्रमोट किया और अपने फॉलोअर्स को इसमें निवेश करने के लिए प्रेरित किया। जिन प्रमुख नामों पर आरोप लगे हैं। उनमें सौरव जोशी, अभिषेक मल्हान (फुकरा इंसान), पुरव झा, एल्विश यादव, भारती सिंह, हर्ष लिंबाचिया, लक्षय चौधरी, आदर्श सिंह, अमित (क्रेज़ी XYZ) और दिलराज सिंह रावत (इंडियन हैकर) शामिल हैं।

500 करोड़ की ठगी और 151 शिकायतें
इस मामले में कुल 151 शिकायतें दर्ज की गई हैं। जिनमें से 29 शिकायतें 16 अगस्त 2024 को प्राप्त हुई थीं। पुलिस ने बताया कि HIBOX ऐप के जरिए निवेशकों को 1% से 5% तक की दैनिक ब्याज दर का झूठा वादा किया गया था। आरोपी ने इस धोखाधड़ी से करीब 30,000 लोगों को अपना शिकार बनाया। निवेशकों को जमा की गई रकम पर 5% तक का ब्याज देने का दावा कर उन्हें ठगा गया। 

EASEBUZZ और PHONEPE की भूमिका की जांच
इस धोखाधड़ी के मामले में दिल्ली पुलिस "EASEBUZZ" और "PHONEPE" की भूमिका की भी जांच कर रही है। यह दोनों प्लेटफॉर्म्स HIBOX ऐप से जुड़े लेन-देन के लिए उपयोग किए गए थे, जिससे पुलिस को संदेह है कि इनकी भी अहम भूमिका हो सकती है।

ED की जांच संभव
इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) भी जल्द शामिल हो सकता है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल IFSO यूनिट ने ED को पत्र भेजने की योजना बनाई है ताकि मनी लॉन्ड्रिंग की जांच की जा सके। चूंकि धोखाधड़ी की रकम बहुत बड़ी है। ED इस मामले में मनी ट्रेल की जांच कर सकती है। 

निवेशकों के लिए चेतावनी
दिल्ली पुलिस ने आम जनता को ऐसे धोखाधड़ी वाले ऐप्स से सावधान रहने की चेतावनी दी है। सोशल मीडिया के माध्यम से फैलाई जा रही भ्रामक जानकारी पर भरोसा न करने और निवेश से पहले पूरी जांच-पड़ताल करने की सलाह दी गई है।

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