गौतमबुद्ध नगर समेत पूरे एनसीआर में इस समय बॉडी बनाने का एक फैशन चल गया है। हर एक युवा में होड़ है कि किसी बॉडी ज्यादा आकर्षित हो, चाहे उसके लिए अपना शरीर अंदर से कमजोर ही क्यों ना करना पड़े। इस होड़ में युवा अपनी जान भी दे रहे है।
नोएडा के सर्फाबाद में रविवार को एक 23 साल क आदेश यादव की मौत हो गई है। आदेश यादव नोएडा में स्थित एक जिम में ट्रेनर था। आदेश यादव अपनी बाॅडी को जल्द से जल्द बनाने के चक्कर में स्टेरॉयड का सेवन करता था। बताया जा रहा है कि पिछले काफी सालों से आदेश यादव लगातार स्टेरॉयड का सेवन करता था। जिसके कारण उसकी बाहरी बाॅडी को मजबूत दिखाई देती थी। लेकिन उसका दिल और अंदर का शरीर कमजोर हो गया था। बीते रविवार को स्टेरॉयड और बाॅडी के चक्कर में आदेश यादव की मौत हो गई है।
गौतमबुद्ध नगर में यह कोई पहला मामला नहीं है। करीब एक साल पहले भी ग्रेटर नोएडा के एक गांव में रहने वाला बीबीए के छात्र विशाल भाटी की स्टेरॉयड के चक्कर में मौत हो गई थी। ग्रेटर नोएडा में रहने वाले विशाल भाटी की शादी करीब 14 दिनों पहले ही हुई थी। लेकिन स्टेरॉयड ने दोनों परिवार को बर्बाद कर दिया। शादी के कुछ दिनों बाद ही जिम करते हुए युवक की हार्ट अटैक पड़ने के कारण मौत हो गई थी। इससे पहले 26 सितंबर 2019 को नोएडा के सेक्टर-76 में स्थित जेएम ऑर्चिड सोसायटी में ट्रेडमिल पर जिम कर हुए इंजीनियर की मौत हो गई थी। 27 अक्टूबर 2018 को नोएडा के सेक्टर 33 में स्थित प्रकाश अस्पताल में 26 साल के बॉडी बिल्डर की मौत हो गई थी।
एक न्यूट्रीलाइट प्रोटीन स्टोर संचालक मोहित गुर्जर से बताया कि युवा पीढ़ी जल्द बॉडी बनाने के चक्कर में सर्टकट का रास्ता अपना रही है, लेकिन यह गलत है। न्यूट्रीलाइट प्रोटीन एक सीमित मात्रा में ही लेना चाहिए। वो भी अच्छी क्वालिटी का होना चाहिए। जिम को हमेश ट्रेनर की मदद से करना चाहिए। कभी भी सस्ते न्यूट्रीलाइट प्रोटीन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।