Greater Noida News : कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में बच्चों से झाड़ू-पोछा और बर्तन मंजवाने सहित अन्य घरेलू काम करवाने के आरोप अभिभावकों द्वारा लगाए गए हैं। इस मामले में अभिभावकों ने जेवर के उपजिलाधिकारी से शिकायत की है। उपजिलाधिकारी ने तुरंत संज्ञान लेते हुए जेवर बीईओ को जांच के आदेश दिए हैं।
क्या है पूरा मामला
जेवर के डुढेरा गांव निवासी मूलचंद और संजय की बेटियां कस्तूरबा गांधी विद्यालय में आठवीं कक्षा की छात्राएं हैं। इन छात्राओं के अभिभावकों ने विद्यालय की वार्डन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके बच्चों से विद्यालय में रसोई, झाड़ू, पोछा, बर्तन, साफ-सफाई और खाना बनाने जैसे काम करवाए जाते हैं। इतना ही नहीं काम खत्म होने के बाद स्कूल की दो अध्यापिकाएं छात्राओं से पैर दबवाने और मालिश कराने का काम भी लेती हैं। जब छात्राएं इनकार करती हैं तो उनसे मारपीट की जाती है।
अफसरों ने कहा- सख्त कार्रवाई होगी
मामले की गंभीरता को देखते हुए कस्तूरबा विद्यालय के डीसी विनय सिंह ने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में आया है और इसकी जांच के लिए एक कमेटी गठित की गई है। जेवर के बीईओ मोहम्मद राशिद ने बताया कि बच्चों से बातचीत की गई है और जांच के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी। अभिभावकों का कहना है कि विद्यालय एक शिक्षण संस्थान है, जहां बच्चों को शिक्षा और संस्कार मिलने चाहिए न कि उनसे घरेलू काम कराए जाने चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बच्चों को सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण मिलना चाहिए, ताकि वे अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर सकें।
उपजिलाधिकारी के पास आएगी जांच रिपोर्ट
स्कूल प्रशासन ने कहा है कि मामले की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस बीच विद्यालय की वार्डन और संबंधित अध्यापिकाओं ने सभी आरोपों को नकारा है। कहा है कि उन्हें गलत तरीके से फंसाया जा रहा है। जांच कमेटी ने मामले की जांच शुरू कर दी है और जल्द ही अपनी रिपोर्ट उपजिलाधिकारी को सौंपेगी। इसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।