नोएडा के पूर्व एसएसपी वैभव कृष्ण पुराने रंग में लौटे : एडीजी पीयूष मोर्डिया के साथ सुबह 4 बजे मारी रेड, तीन पुलिसकर्मी समेत 20 लोग पकड़े, थानाध्यक्ष फरार

Tricity Today | एडीजी पीयूष मोर्डिया और डीआईजी वैभव कृष्ण



Uttar Pradesh News : गौतमबुद्ध नगर के पूर्व एसएसपी वैभव कृष्ण अपने पुराने रंग में लौट गए। जब वैभव कृष्ण नोएडा में थे तो रात के समय सड़क पर निकल जाते थे कानूनी व्यवस्था में कमी मिलने पर पुलिसकर्मियों पर गाज गिरती थी। अब यही एक्शन आजमगढ़ के डीआईजी वैभव कृष्ण ने वाराणसी जोन के एडीजी पीयूष मोर्डिया के साथ सुबह 4 बजे चलाया। इस दौरान दोनों दिग्गज अफसरों ने 20 लोगों को पकड़ा। जिसमें से 3 पुलिसकर्मी हैं। इस कार्रवाई के बाद थाना अध्यक्ष फरार है। 

पुलिस पर लगे रिश्वतखोरी के आरोप
पुलिस पर रिश्वतखोरी के आरोपों के बीच बलिया जिले में एक बड़ी कार्रवाई देखने को मिली। वाराणसी जोन के एडीजी पीयूष मोर्डिया और आजमगढ़ के डीआईजी वैभव कृष्ण ने नरही थाने में छापेमारी की और 20 लोगों को हिरासत में लिया, जिनमें तीन पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। दरअसल, बलिया के नरही थाने में बड़े पैमाने पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ भ्रष्टाचार और तस्करी के आरोप लग रहे थे। आरोपों में शराब, पशु तस्करी और लाल बालू की तस्करी की शिकायतें प्रमुख थीं। इन शिकायतों के आधार पर पुलिस विभाग और सरकार को सूचित किया गया, जिसके बाद एडीजी पीयूष मोर्डिया और डीआईजी वैभव कृष्ण ने तुरंत कार्रवाई का निर्णय लिया।

एक्शन के बाद से थानाध्यक्ष फरार
एडीजी मोर्डिया और डीआईजी वैभव कृष्ण ने सादी वर्दी में नरही थाना क्षेत्र के भरौली गोल चौराहे पर अचानक सर्च ऑपरेशन चलाया। अधिकारियों के मौके पर पहुंचते ही थाने में हड़कंप मच गया। इस दौरान तीन पुलिसकर्मियों समेत 20 लोगों को हिरासत में ले लिया गया। सर्च ऑपरेशन के दौरान कई आरोपियों पर कार्रवाई की गई। पुलिस ने 50 से अधिक मोबाइल और कई बाइक अपने कब्जे में ले लीं। एडीजी ने नरही थानाध्यक्ष का कमरा सील कर दिया, जो कार्रवाई के दौरान फरार हो गए थे। बलिया एसपी भी इस छापेमारी के दौरान मौजूद रहे और दो पुलिसकर्मियों को बालू तस्करों से वसूली करते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया।

भ्रष्टाचार और तस्करी की गतिविधियों होगी उजागर
एडीजी पीयूष मोर्डिया ने स्पष्ट किया कि इस मामले में कठोर कार्रवाई की जाएगी। रिश्वतखोरी और तस्करी के आरोपों में संलिप्त पाए गए पुलिसकर्मियों और अन्य आरोपियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। बलिया में एडीजी पीयूष मोर्डिया और डीआईजी वैभव कृष्ण की इस कार्रवाई ने पुलिस विभाग के भीतर चल रही भ्रष्टाचार और तस्करी की गतिविधियों को उजागर किया है।

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