ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने एयरटेल के वेंडर और जियो डिजिटल कंपनी पर 20-20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। साथ ही लाइन डालने पर तत्काल रोक लगा दी है। ऑप्टिकल फाइबर लाइन डालने के लिए सड़कें क्षतिग्रस्त करने और रिपेयर न करने पर प्राधिकरण ने दोनों कंपनियों पर यह कार्रवाई की है। सड़कें टूट जाने से निवासियों को बहुत परेशानी हो रही थी। वे बार-बार प्राधिकरण से शिकायत कर रहे थे।
ग्रेटर नोएडा में मोबाइल और ब्रॉडबैंड नेटवर्क को और बेहतर करने के लिए एयरटेल और जियो डिजिटल कंपनी की तरफ से ऑप्टिकल फाइवर लाइन डाली जा रही है। जियो डिजिटल फाइबर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी सेक्टर बीटा वन और टू में फाइबर लाइन डाल रही थी। कंपनी की तरफ से सड़क के समीप लाइन डाल रही थी, जिससे सड़क क्षतिग्रस्त हो गई। इसके चलते प्राधिकरण की तरफ से दी जाने वाली अन्य सर्विसेज भी क्षतिग्रस्त हो गईं। निवासी बहुत परेशान थे। वे प्राधिकरण से शिकायत कर रहे थे। कंपनी उसे रिपेयर भी नहीं करा रहे थी।
प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण के निर्देश पर वाणिज्यिक विभाग ने जियो डिजिटल कंपनी पर 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। इसी तरह एयरटेल की वेंडर मैसर्स टेलिसोनिक नेटवर्क लिमिटेड भी सेक्टर बीटा वन और टू में लाइन डाल रही थी, जिसके चलते रोड क्षतिग्रस्त हो गई। अन्य सेवाएं बाधित हो रही थीं। प्राधिकरण ने इसे दुरुस्त कराने को कहा, लेकिन कोई असर न पड़ने पर प्राधिकरण ने मैसर्स टेलीसोनिक नेटवर्क पर भी 20 लाख रुपये का जुर्माना लगा दिया है।
दोनों कंपनियों से 15 दिन में जुर्माने की रकम प्राधिकरण के खाते में जमा कराने को कहा गया है। तय अवधि में जुर्माने की रकम जमा न करने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। साथ ही प्राधिकरण ने दोनों कंपनियों पर अगले आदेश तक फाइबर लाइन डालने पर तत्काल रोक लगा दी है और इन दोनों को निर्देश दिए हैं, कि वे क्षतिग्रस्त रास्ते को ठीक करके पहले की स्थिति में लाएं।