Greater Noida : पूर्वांचल सिल्वर सिटी सोसाइटी से जिले की सबसे बड़ी चोरी के मामले में पुलिस ने राममणि पांडेय के चालक प्रदीप को गिरफ्तार कर लिया है। प्रदीप, राम मणि पांडेय और उसके परिवार का विश्वास पात्र था। पुलिस के मुताबिक प्रदीप ने ही मास्टमाइंड गोपाल को फ्लैट में ज्वेलरी और कैश रखे होने की जानकारी दी थी। इस मामले में यह सातवीं गिरफ्तारी है। पुलिस ने पहले ही छह आरोपियों को कोर्ट में पेश किया है।
पूर्वांचल सिल्वर सिटी में हाई प्रोफाइल मामले में कमिश्नरेट पुलिस राम मणि पांडेय और उसके परिवार पर कानूनी रूप से नकेल कसना शुरू कर दिया है। कमिश्नरेट पुलिस ने जहां शनिवार रात को राममणि पांडेय, उसके बेटे किसलय पांडेय और उसकी पत्नी संजू पांडेय को कानूनी नोटिस भेजा तो सोमवार को बरौला टी-प्वाइंट से उसके पारिवारिक ड्राइवर प्रदीप को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने प्रदीप के पास से एक लाख रुपये, 2 अंगूठी, एक चेन बरामद की है। इस मामले में पुलिस ने अब तक राजन भाटी, अरुण, जय सिंह, नीरज, बंटू और अनिल को गिरफ्तार किया था। पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार प्रदीप ने कई जानकारी पुलिस की टीम को दी है। इससे पुलिस की जांच को तेजी मिलेगी। फिलहाल नोएडा पुलिस इस चोरी के मास्टर माइंड गोपाल और उसके तीन साथी आरोपितों की तलाश में लगी हुई है। नोएडा पुलिस को इस मामले में अभी सफलता नहीं मिली है। पुलिस गोपाल और अन्य पर सोमवार को भी ईनाम घोषित नहीं कर पाई।
किसलय पांडेय पहुंचा हाईकोर्ट
बहुचर्चित चोरी के मामले में बेनामी संपति के मालिक के रूप में राममणि पांडेय और किसलय पांडेय का नाम पुलिस जांच में आने के बाद किसलय की तरफ से हाईकोर्ट में एक रिट फाइल की गई है। इस पर नोएडा पुलिस से जवाब मांगा गया है। रिट में किसलय पांडेय और उसके परिवार के लोगों की छवि खराब करने, बेवजह बरामद संपति के साथ नाम घसीटने की बात बताई गई है।