ग्रेटर नोएडा: सीईओ नरेंद्र भूषण ने ध्वजारोहण किया, कहा- ‘डाटा सेंटर, आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पाद का हब बन रहा शहर’

Tricity Today | संबोधन करते सीईओ नरेंद्र भूषण



Greater Noida: ग्रेटर नोएडा न सिर्फ देश, बल्कि दुनिया भर के लिए आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स और डाटा सेंटर का हब बनने की राह पर है। विश्व की नामचीन कंपनियां यहां पर अपनी इकाई लगा रही हैं या फिर भविष्य में लगाने के लिए प्रयासरत हैं। आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर आयोजित ध्वजारोहण समारोह में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (Greater Noida Authority) के सीईओ नरेंद्र भूषण (CEO Narendra Bhushan) ने यह बात कही। एसीईओ अमनदीप डुली ने सभी को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। कार्यक्रम के दौरान सीईओ नरेंद्र भूषण की पत्नी नीरू भूषण सहित प्राधिकरण के ओएसडी  शिवप्रताप शुक्ला व सचिन कुमार सिंह, जीएम प्लानिंग मीना भार्गव, जीएम वित्त एचपी वर्मा, ग्रेटर नोएडा एंप्लाइज एसोसिएशन के अध्यक्ष गजेंद्र चौधरी आदि शामिल रहे।

ध्वजारोहण व राष्ट्रगान के बाद अपने संबोधन में सीईओ ने कहा, उन शहीदों को शत-शत नमन, जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। तिरंगे के नीचे खड़े होना, उसे फहराना और उसे सलामी देना बड़े ही गर्व की बात है। देश की सरहद पर दुश्मनों से मोर्चा लेने वाले जवानों और देश के भीतर सुरक्षा का जिम्मा संभाल रहे अर्द्धसैनिक बलों और पुलिसकर्मियों की बहादुरी को नमन किया। सीईओ ने ग्रेटर नोएडा की हरियाली, चौड़ी व साफ-सुथरी सड़कें की सफाई व्यवस्था की सराहना की, लेकिन इसे और बेहतर बनाने के लिए प्राधिकरण कर्मियों और ग्रेटर नोएडा के निवासियों से सहयोग मांगा। 

पूरा प्रदेश देख रहा है
मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने कहा कि ग्रेटर नोएडा 30 साल का युवा है। इसमें आगे बढ़ने की क्षमता है। इसका विकास ईको फ्रेंडली होना चाहिए। वन मैप जीआईएस ग्रेनो प्रोजेक्ट की तारीफ करते हुए सीईओ ने कहा कि जिस डिजिटलाइजेशन की तरफ ग्रेटर नोएडा ने कदम बढ़ाया है, उसी पर पूरा प्रदेश आगे बढ़ने को आतुर है। हाल ही में मुख्यमंत्री कार्यालय ने अन्य प्राधिकरणों, संस्थानों से भी इस पर अमल करने को कहा है। सीईओ ने कहा कि एनटीटी, हीरानंदानी ग्रुप जैसी नामचीन डाटा सेंटर कंपनियां ग्रेटर नोएडा में लग रही हैं। यहां हर दिन दो लाख मोबाइल बनते हैं। यहा आंकड़ा जल्द ही छह लाख तक पहुंच जाएगा। 

स्मार्ट सिटी कॉन्सेप्ट पर विकसित हो रही है
आईआईटीजीएनएल (इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप ग्रेटर नोएडा लिमिटेड) की तरफ से बसाई जा रही इंटीग्रेटेड टाउनशिप पूरी तरह से स्मार्ट सिटी कॉन्सेप्ट पर विकसित हो रही है। यह पूरी तरह से ईकोफ्रेंडली है। हर प्लॉट से पाइप के जरिए प्लांट तक कूड़ा पहुंचाने और उसे प्रोसेस कराने की सुविधा है। कार्यक्रम के आखिर में सीईओ ने पुलिसकर्मियों को उनके योगदान के लिए पुरस्कृत किया। एसीईओ दीपचंद्र ने कहा कि ग्रेटर नोएडा में नागरिक सुविधाएं बहुत अच्छी हैं लेकिन इनको और बेहतर बनाने की कोशिश करनी चाहिए।

सीईओ ने दिया नारा-सेक्टर का कचरा सेक्टर में
सीईओ ने कहा कि ग्रेटर नोएडा को कूड़ा मुक्त शहर बनाना है, ताकि कहीं भी कूड़े का ढेर न दिखे। उन्होंने सेक्टर का कचरा सेक्टर में, का नारा भी दिया। हर सेक्टर में प्रोसेसिंग प्लांट लगे। सेक्टर का कचरा उसी सेक्टर में प्रोसेस होकर खाद बन जाए, हमें इसी दिशा में काम करना होगा। इसके बाद में -घर का कचरा घर में, निस्तारित कराने की कोशिश करनी होगी।

बड़े प्लॉट पर लगे सोलर प्लांट
सीईओ ने बड़े प्लॉटों पर सोलर प्लांट लगाने की तरफ कदम बढ़ाने को कहा। इसके लिए प्राधिकरण जल्द ही प्रावधान बनाकर लागू कर सकता है। खासकर 5000 या उसे बड़े वर्ग मीटर वाले प्लॉट पर इसे लागू किया जाना चाहिए। इससे बिजली की भी बचत होगी। फिलहाल ग्रेटर नोएडा में एक मेगावाट सोलर पावर का उत्पादन हो रहा है। इसे जल्द ही दो मेगावाट करने की योजना है।

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