Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के उप-महाप्रबंधक (सिविल) ऋषिपाल सिंह पर लगे रिश्वत के आरोपों के बाद उनसे वर्क सर्किल-4 और 7 का प्रभार हटा लिया गया है। प्राधिकरण की अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी (एसीईओ) लक्ष्मी वीएस ने सोमवार को इस संबंध में आदेश जारी किया। यह कदम तब उठाया गया जब ट्राईसिटी टुडे ने एक समाचार रिपोर्ट प्रकाशित की। जिसमें ऋषिपाल सिंह पर 10 लाख रुपये रिश्वत मांगने का आरोप सामने आया, जिसके बाद मामले की जांच कराई गई।
सीईओ ने मामले में जांच करवाई
जांच में यह आरोप सही पाया गया, जिसके चलते प्राधिकरण ने ऋषिपाल सिंह से उनके सभी कार्य हटा लिए। अब उनकी जिम्मेदारियां महाप्रबंधक (सिविल) आशीष कुमार सिंह को सौंपी गई हैं, जो वर्क सर्किल-4 और 7 का कार्यभार संभालेंगे। सभी संबंधित पत्रावलियों को आशीष कुमार सिंह के द्वारा वरिष्ठ प्रबंधक के माध्यम से एसीईओ को प्रस्तुत किया जाएगा।
सीईओ भ्रष्टाचार के खिलाफ बेहद सख्त
यह आदेश 19 अक्टूबर 2024 से तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है। प्राधिकरण का यह निर्णय अनुशासन और कार्यकुशलता बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जिससे भविष्य में प्राधिकरण के कार्यों की सुचारू देखरेख सुनिश्चित हो सकेगी। यह मामला ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में भ्रष्टाचार पर मुख्य कार्यपालक अधिकारी रवि कुमार एनजी की सख्ती को दर्शाता है, जिससे प्राधिकरण की छवि और कार्यकुशलता में सुधार की उम्मीद की जा रही है।