लीज बैक मामले में आई स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम की रिपोर्ट के खिलाफ किसान 28 दिसंबर को ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण का घेराव करेंगे। इस लिए एक सप्ताह से ग्रेटर नोएडा के किसान गांव-गांव जाकर पंचायत कर रहे है।
किसान संघर्ष सेवा समिति के प्रवक्ता मनवीर भाटी ने कहा, जितना मानसिक उत्पीड़न इस सरकार और प्राधिकरण ने किसानों का किया है। वह पहले की सरकार और अधिकारीयो से भी कही अधिक है। किसानों में धधक रही इस चिंगारी के पूरे ज़िम्मेदार वर्तमान अधिकारी और नेता हैं। जिन्होंने किसानों के हकों को हाशिये पर रख दिया है। लेकिन किसान अब प्राधिकरण को मनमानी नहीं करने देंगे। सभी किसान आने वाली 28 दिसंबर को मिलकर जवाब देंगे।
किसानों ने पंचायत में एक जुट होकर आंदोलन में शामिल होते हुए कहा कि विशेष जांच समिति की रिपोर्ट से उनका शोषण हो रहा है। किसानों ने उनकी जमीन को छीना जा रहा है। अगर किसानों के अधिकारों पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी डाका डालेंगे तो वह शांत नहीं बैठने वाले है।
किसान नेता ओमवीर ने कहा कि इस क्षेत्र के किसानों ने जो कुछ प्राप्त किया है। वह अपने संघर्ष से प्राप्त किया है। अपने घरों को बचाने के लिए हमारे कई किसान साथी बलिदान भी दिए हैं और अगर ज़रूरत पड़ी तो अपने प्लॉट और घरों को बचाने के लिए हम फिर से बलिदान होने के लिए तैयार है।
बीर सिंह मास्टर ने कहा कि लीज बैक मामले में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम की रिपोर्ट बनने वाले अधिकारी पूरी तरीक़े से भ्रष्टाचारी हैं। जो भूमि सबसे ख़राब लोकेशन पर होती है। उस पर किसानों को प्लॉट दिए जाते हैं। जबकि अच्छी लोकेशन की भूमियों को अपने पूंजीपति दोस्तों के लिए रिज़र्व रखी जाती है। जिससे की ऐसी भूमियों को उन्हें देने वाले खेल में ख़ूब पैसे कमा सके।
पंचायत मे रवि प्रधान, बिजेंद्र प्रधान, मेम्बर साहब, पप्पू , ओमवीर भाटी, पवन शर्मा, राजेन्द्र प्रधान, अजब सिंह प्रधान, जोगिंदर, विकास नागर, प्रिंस त्यागी, कंवर लाल, अजय चौधरी आदि किसान मौजूद रहे।